Kalkaji Assembly Seat: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां जोरों शोरों से तैयारियों में जुटी हुई हैं। वहीं नई दिल्ली के बाद दूसरी हॉट सीट कालकाजी विधानसभा के चुनावी समीकरण बड़े दिलचस्प होने वाले हैं। इस सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) की तरफ से वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना, अपने बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी और लंबे समय के बाद चुनाव में वापसी करने वाली कांग्रेस नेता अलका लांबा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। इस दक्षिण दिल्ली जिले की सीट में कालकाजी, गोविंदपुरी, नेहरू नगर, भागीरथी एन्क्लेव और मथुरा रोड के आसपास का इलाका शामिल है।
पिछले चुनावों के परिणाम
2020 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की उम्मीदवार आतिशी मार्लेना ने भाजपा उम्मीदवार धरमबीर सिंह को लगभग 11 हजोर वोटों से शिकस्त दी थी। इस दौरान आतिशी को 55897 वोट मिले थे और धरमबीर सिंह को 44504 वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस को यहां से कड़ी हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस प्रत्याशी शिवानी चोपड़ा को इस सीट से केवल 4695 वोट मिले थे। वहीं साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अवतार सिंह कालका ने जीत दर्ज की थी। आप विधायक अवतार सिंह कालका ने भाजपा उम्मीदवार हरमीत सिंह को 19769 मतों से शिकस्त दी थी। अवतार सिंह कालका को 55104 मत मिले, तो वहीं हरमीत सिंह 35335 मतों में ही सिमट गए।
क्या कहते हैं जातिगत समीकरण
अगर जातिगत समीकरण की बात करें, तो इस सीट पर दलित, पिछड़े वर्ग, मुस्लिम और उच्च जातियों के वोटों का मिश्रण है। यहां सिख, पंजाबी, एससी, गुर्जर, वैश्य, ओबीसी, मुस्लिम, ब्राह्मण और अन्य वोटर्स हैं। पहले भाजपा को हिंदू वोटर्स के साथ ही दलित वोटर्स और पिछड़े वर्ग का साथ मिलता था लेकिन 2015 से ये सभी वोटर्स आम आदमी के हक में हैं। हालांकि इस बार कालकाजी विधानसभा सीट पर कौन से मतदाता किसका साथ देंगे, ये कह पाना बेहद मुश्किल है क्योंकि सभी राजनीतिक पार्टियों ने लगभग एक जैसी चुनावी रेवड़ियों का ऐलान किया है। वहीं इस बार काफी लोग दिल्ली की सत्ता पर पार्टी बदलने का भी मन बना रहे हैं।
इस बार के चुनावी समीकरण
आम आदमी पार्टी (AAP) ने साल 2015 और साल 2020 में बेहतरीन प्रदर्शन किया और जीत हासिल की। पार्टी महिला सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दों पर चुनाव लड़ती है। इस क्षेत्र के मतदाताओं में इसका प्रभाव भी देखने को मिलता है। हालांकि पिछले कुछ सालों में इस सीट पर भाजपा का प्रभाव बढ़ा है लेकिन आप के मुकाबले भाजपा इस सीट पर कभी भी मजबूत पकड़ नहीं बना पाई है। वहीं कांग्रेस इस सीट के मतदाताओं में पकड़ नहीं बना पाई है। इस क्षेत्र में कांग्रेस के आधार वोट में तेजी से गिरावट देखने को मिली है।
क्या हैं चुनावी मुद्दे
कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, जल आपूर्ति और सफाई को चुनावी मुद्दा बनाया गया है। आम आदमी पार्टी हमेशा से दावा करती आई है कि उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति में सुधार किया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार की नाकामी को मुद्दा बना रही है।
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