Atishi vs LG: दिल्ली का नया सीएम आप नेता आतिशी को बना दिया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और एलजी के बीच अक्सर राजनैतिक मुद्दों पर असहमति देखने को मिलती रही। पहले यह असहमति अरविंद केजरीवाल और एलजी वीके सक्सेना के बीच देखने को मिलती थी, अब वही सिलसिला आतिशी और एलजी के बीच भी शुरू हो गया है। एलजी ने आतिशी के पहले आदेश के रद्द कर दिया है। उधर एलजी ने धूल मुक्त दिल्ली बनाने के लिए भी 10 दिनों का अभियान शुरू कर दिया है। यह आतिशी पर एलजी का पहला और तीखा बाउंसर माना जा रहा है।
आतिशी को अपना फैसला लेना पड़ा वापस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतिशी ने दिल्ली की सीएम की कुर्सी पर बैठते ही जो सबसे पहला फैसला लिया, उसे एलजी ने अवैध बता दिया है। आतिशी 1994 बैच के एक आईएएस अधिकारी को शीर्ष वेतनमान में दिल्ली के सीएम के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) के रूप में नियुक्त करना चाहती थी, इसके लिए उन्होंने आदेश भी जारी कर दी और एलजी की स्वीकृति के लिए फाइल राजनिवास भेजा। लेकिन एलजी ने कहा कि निजी स्टाफ में सेवा देने के लिए एसीएस स्तर का कोई पद ही नहीं है। यह कहते हुए एलजी ने फाइल वापस भेज दी। यह आतिशी के लिए करारा झटका है कि वह अपने पहले आदेश को भी जारी नहीं कर सकीं।
दिल्ली में फिर बढ़ रहा प्रदूषण का स्तर
अब दिल्ली के एलजी ने एक और आदेश जारी कर दिया है। दिल्ली में प्रदूषण का बढ़ना कोई नई बात नहीं है। पिछले 2-3 दिनों से राजधानी में बारिश नहीं हुई है, इस कारण दिल्ली में प्रदूषण का स्तर फिर बढ़ने लगा है। पिछले 3 दिनों से दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 के पार दर्ज किया गया है। कल यानी 23 सितंबर को दिल्ली का एक्यूआई 167 दर्ज किया गया है। ऐसे में प्रदूषण दिल्ली के लिए गंभीर समस्या बनती जा रही है, इससे निपटने के लिए एलजी ने दिल्ली को धूल मुक्त बनाने के लिए 10 दिनों का धूल मुक्त अभियान चलाया है।
इस अभियान में ये विभाग हैं शामिल
इस अभियान में एमसीडी, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, एनडीएमसी और जल बोर्ड को शामिल किया गया है, जो दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए संयुक्त रूप से प्रयास करेंगे। राजनिवास अधिकारियों ने बताया कि एलजी ने दिल्ली में प्रदूषण को रोकने की तैयारियों का जायजा लेते हुए एक बैठक की, इसी बैठक में एलजी ने इस अभियान को चलाने की बात की है। एलजी ने अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया है कि इस अभियान को पूरे साल चलाया जाए। संभावना जताई जा रही है कि इस अभियान से दिल्ली प्रदूषण मुक्त होने की दिशा में एक अहम कदम बढ़ाने जा रहा है।
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