AIMIM in Delhi Election: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में 10-12 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बनाई है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली इकाई के साथ मिलकर इस रणनीति को अंतिम रूप दिया है। अब तक दो उम्मीदवारों के नाम घोषित हो चुके हैं, जबकि अन्य की घोषणा जल्द की जाएगी। AIMIM का मकसद खास तौर पर मुस्लिम बहुल इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत करना है, जहां अभी तक आम आदमी पार्टी (AAP) का वर्चस्व है।
ओखला से शफाउर रहमान को AIMIM का टिकट
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में ओखला सीट से शफाउर रहमान को उम्मीदवार बनाया है। दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को एक ही चरण में मतदान होगा, और नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। AIMIM ने यह भी संकेत दिया है कि वह दिल्ली में कुछ अन्य सीटों पर उम्मीदवार उतारने पर विचार कर रही है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए AIMIM ने ओखला विधानसभा-54 सीट से शफाउर रहमान खान को अपना उम्मीदवार बनाया है।
— AIMIM (@aimim_national) January 7, 2025
ओखला विधानसभा के तमाम मतदाताओं से अपील है कि 5 फरवरी के दिन पतंग के निशान पर बटन दबाकर शफाउर रहमान खान को भारी से भारी मतों से कामयाब बनाएं।#AIMIM #DelhiElection2025… pic.twitter.com/H8qCf4RkDZ
ताहिर हुसैन को टिकट देने पर विवाद
AIMIM ने मुस्तफाबाद सीट से 2020 के दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को टिकट दिया है, जिस पर विवाद खड़ा हो गया है। ताहिर हुसैन पर दंगों में मुख्य भूमिका निभाने का आरोप है। हालांकि, AIMIM के दिल्ली प्रमुख शोएब जमाई ने इसे सही ठहराते हुए कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है।
किन सीटों पर AIMIM की नजर
पार्टी का फोकस ओखला, जंगपुरा, मटिया महल, बाबरपुर, बल्लीमारान, करावल नगर और सीलमपुर जैसे मुस्लिम बहुल क्षेत्रों पर है। इनमें से अधिकांश सीटें फिलहाल AAP के पास हैं। AIMIM का मानना है कि इन इलाकों में उनकी मजबूत उपस्थिति पार्टी को किंगमेकर की भूमिका में ला सकती है।
AIMIM की रणनीति: BJP को हराने वाली पार्टी का समर्थन
AIMIM ने स्पष्ट किया है कि वह ऐसी पार्टी का समर्थन करेगी जो BJP को हराने में सक्षम हो। शोएब जमाई ने कहा कि हम उन लोगों की आवाज बनना चाहते हैं, जिन्हें नजरअंदाज किया गया है। हमारा उद्देश्य सिर्फ मुस्लिम समुदाय नहीं, बल्कि हर दबे-कुचले वर्ग का प्रतिनिधित्व करना है।
ये भी पढ़ें: किसकी बनेगी सरकार? 2013, 2015 और 2020 के वोटिंग प्रतिशत से मिल रहे ये संकेत
पिछले चुनावों में कैसा रहा AIMIM का प्रदर्शन
AIMIM ने दिल्ली नगर निगम चुनाव में कुछ वार्डों में अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिली। अब विधानसभा चुनाव में पार्टी की एंट्री चुनाव को और दिलचस्प बना सकती है। साथ ही दिल्ली में अब तक छोटे दलों का प्रभाव सीमित रहा है। AAP और BJP के बीच सीधी टक्कर देखने को मिलती है। कांग्रेस पहले ही कमजोर हो चुकी है। AIMIM की एंट्री से चुनाव में नया मोड़ आ सकता है, खासकर मुस्लिम बहुल इलाकों में। पार्टी का प्रदर्शन इस बात पर निर्भर करेगा कि वह अपने एजेंडे को कितनी मजबूती से पेश कर पाती है।
ये भी पढ़ें: LG ने हेल्थ डायरेक्टर वंदना बग्गा को किया सस्पेंड, स्वास्थ्य मंत्री अनजान, अधिकारी ने राजनीति करने का लगाया आरोप