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PM Modi Speech on Mahakumbh: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महाकुंभ वाले बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने महाकुंभ के बयान के जरिये पीएम मोदी पर निशाना साधा है।

PM Modi Speech on Mahakumbh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 18 मार्च यानी मंगलवार को लोकसभा में प्रयागराज में संपन्न हुए महाकुंभ को लेकर अपना बयान दिया है। उनके इस बयान के बाद विपक्षी दल के कुछ नेता बोलना चाहते थे। हालांकि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें बोलने नहीं दिया और हंगामे के बाद सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी। वहीं अब पीएम मोदी के महाकुंभ वाले बयान पर राजनीति गरमा गई है।

राहुल गांधी ने मोदी के लिए क्या कहा ?

सदन से बाहर आने के बाद लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी के महाकुंभ पर दिए गए बयान पर कहा कि 'मैं प्रधानमंत्री की बात का समर्थन करना चाहता था। कुंभ हमारी परंपरा है, संस्कृति है, इतिहास है। एक शिकायत थी कि प्रधानमंत्री ने जिनकी मृत्यु हुई उन्हें श्रद्धांजलि नहीं दी। जो युवा कुंभ में गए उन्हें प्रधानमंत्री से रोजगार चाहिए और प्रधानमंत्री को उस पर भी बोलना चाहिए था। लोकतांत्रिक व्यवस्था में नेता प्रतिपक्ष को तो बोलने का मौका दिया जाना चाहिए था लेकिन नहीं देते हैं, यह नया भारत है।'

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मीडिया में बने रहने के लिए कुछ न कुछ बोलना राहुल गांधी की आदत है: गिरिराज सिंह

तो वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि 'वे विपक्ष के नेता हैं और मुझे उन पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है, लेकिन ऐसा लगता है कि उन्हें लोकसभा के नियमों की जानकारी नहीं है। अगर उन्हें जानकारी होती तो वह इस तरह के सवाल नहीं उठाते क्योंकि जब प्रधानमंत्री खुद खड़े होते हैं तो उस पर सवाल नहीं पूछे जाते, उन्हें इससे अवगत भी करा दिया गया, लेकिन मीडिया में बने रहने के लिए कुछ न कुछ बोलना राहुल गांधी की आदत है।'

विपक्ष को भी बोलने का मौका देना चाहिए- प्रियंका गांधी

इस मुद्दे पर प्रियंका गांधी वाड्रा का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि 'वह महाकुंभ पर सकारात्मक बोल रहे थे। विपक्ष को भी अपनी बात रखने का मौका दिया जाना चाहिए था क्योंकि विपक्ष की भी इसके (महाकुंभ) प्रति भावनाएं हैं और अगर हम अपनी बात रखते हैं तो उन्हें कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। विपक्ष को भी दो मिनट बोलने की अनुमति देना चाहिए था।'

पीएम मोदी ने क्या बयान दिया था

लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि पूरे विश्व ने महाकुंभ के रूप में भारत के विराट स्वरूप के दर्शन किए। सबका प्रयास का यही साक्षात स्वरूप है। यह जनता जनार्दन का, जनता जनार्दन के संकल्पों के लिए, जनता जनार्दन की श्रद्धा से प्रेरित महाकुंभ था। महाकुंभ में हमने हमारी राष्ट्रीय चेतना के जागरण के विराट दर्शन किए। उन्होंने कहा कि महाकुंभ से अनेक अमृत निकले हैं, एकता का अमृत इसका बहुत पवित्र प्रसाद है। महाकुंभ ऐसा आयोजन रहा जिसमें देश के हर क्षेत्र, कोने से आए लोग एक हो गए। लोग अहम त्यागकर मैं नहीं हम की भावना से प्रयागराज में जुटे। जब अलग-अलग भाषा, बोली बोलने वाले लोग संगम तट पर हर-हर गंगे का उद्घोष करते हैं तो 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की झलक दिखती है।

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