Unique Wedding: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। गाजियाबाद के रईसपुर गांव के रहने वाले किसान सुरविंदर ने अनोखे तरीके से अपनी शादी को अंजाम दिया। उन्होंने अपनी शादी कोसामाजिक महोत्सव के रूप में मनाया। ये शादी गाजियाबाद की गोविंदपुरम स्थित श्री गणपति फॉर्म में हुई। इस शादी में पहुंचने वाले लोग हैरान रह गए। अनोखे ढंग से शादी करने के पीछे सुरविंदर किसान का मकसद था कि वो समाज को पर्यावरण संरक्षण और दहेज मुक्त शादी का संदेश दे सकें।
इस शादी में क्या रहीं खासियतें
इस शादी की खासियत ये है कि किसान और उसके परिजनों ने समाल कल्याण के लिए कई काम करते हुए शादी को संपन्न कराया है। महिलाओं को हुनरमंद और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई सेंटर की शुरुआत की गई। काम सीखने के बाद उन्हें काम भी दिलाया जाएगा। समाज के हर वर्ग को सहयोग करके आगे बढ़ाने की कोशिश की जाएगी। इसके साथ ही कई महत्वपूर्ण काम करने की योजना बनाई गई है।
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- इस शादी में गौ सेवा भंडारा कराया गया।
- सिलाई स्कूल का उद्घाटन किया गया।
- स्लम स्कूल का उद्घाटन किया गया।
- वृद्धों के लिए भारत दर्शन तीर्थ यात्रा का आयोजन
- गांव गोद योजना
- जीरो वेस्ट वैवाहिक कार्यक्रम
- नशा छोड़ो जागृति अभियान
- वर-वधू द्वारा ई लाइब्रेरी खोलने का संकल्प लिया गया।
दहेज में लिए 11000 पौधे
आपको जानकर हैरानी होगी कि किसान ने दहेज रूप में अपने ससुराल वालों से 11000 पौधे दान में लिए। इससे पर्यावरण को फायदा होगा। इसके अलावा उनकी बारात किसी गाड़ी में नहीं बल्कि बैलगाड़ी में गई। किसान ने कहा कि उन्होंने इस तरह से शादी करके लोगों को संदेश दिया है। हमारी कोशिश है कि हम अपने पुराने तौर तरीकों को जिंदा रखें और लोगों को समझा सकें कि शादियों में फिजूल खर्च करना ठीक नहीं है।
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