Logo
Amit Shah Visit Hisar: अमित शाह ओम प्रकाश जिंदल की पुण्यतिथि पर हिसार आएंगे। ऐसे में संभावना है कि वह जिंदल परिवार के ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर हरियाणा सरकार से डिमांड कर सकते हैं।

Amit Shah Visit Hisar: हिसार में 31 मार्च यानी सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आएंगे। अमित शाह जिंदल परिवार की कैंसर अस्पताल की डिमांड को हरियाणा सरकार की ओर से मंजूरी नहीं मिल रही है। ऐसे में अमित शाह जिंदल परिवार की डिमांड को पूरा करने के लिए हिसार आएंगे। ऐसे में जिंदल परिवार की ओर से केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और CM नायब सैनी को झटका मिला है। 

अमित शाह ICU यूनिट और सुपर मल्टी स्पेशियलिटी करेंगे उद्घाटन

जानकारी के मुताबिक, हिसार के अग्रोहा में कैंसर अस्पताल खोलना जिंदल परिवार के ड्रीम प्रोजेक्टों में शामिल है। बताया जा रहा है कि यहां पर तकरीबन दो बार मुख्यमंत्री आए हैं, लेकिन अस्पताल को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है। 31 मार्च को ओम प्रकाश जिंदल की पुण्यतिथि पर अमित शाह अग्रोहा मेडिकल कॉलेज आएंगे।

जिंदल हाउस लगातार गृह विभाग के संपर्क में बना हुआ है। कार्यक्रम के शेड्यूल को लेकर पूर्व राज्यसभा सांसद डीपी वत्स इस पर चर्चा कर रहे हैं। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि जिंदल परिवार अमित शाह से कैंसर अस्पताल की डिमांड कर सकता है। 31 मार्च को अमित शाह अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में ICU यूनिट और सुपर मल्टी स्पेशियलिटी सुविधाओं का उद्घाटन करेंगे।

मेडिकल कॉलेज से हरियाणा समेत इन राज्यों को मिलेगा फायदा

ऐसा कहा जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने करीब 3 साल पहले कैंसर अस्पताल की मंजूरी के लिए आवेदन किया था। 6 मार्च 2022 को इसकी आधारशिला भी रखी जा चुकी है। लेकिन इसे लेकर सरकार की ओर से मंजूरी नहीं दी गई है। संभावना है कि अस्पताल को 120 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया जा सकता है। जिसमें से 60 करोड़ रुपए मुंबई के दानी अग्रवाल ने देने की सहमति दी थी मगर, हरियाणा सरकार ने इसकी भी मंजूरी नहीं दी। अगर अग्रोहा में कैंसर अस्पताल बन जाता है तो इसका फायदा हरियाणा, पंजाब, राजस्थान के मरीजों को भी मिलेगा।

Also Read: पंचकूला में मेयर समेत चेयरमैन ने ली शपथ, सीएम सैनी ने निकायों को दिए 587 करोड़ रुपए, बोले- लोगों के हित में काम करें

सावित्री जिंदल BJP की टिकट से लड़ना चाहती थीं चुनाव

बता दें कि जिंदल परिवार हिसार से BJP की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता था। लेकिन पार्टी ने टिकट पूर्व मंत्री डॉक्टर कमल गुप्ता को दे दिया था। ऐसे में सावित्री जिंदल कांग्रेस की टिकट लेने दिल्ली भी गईं थीं। लेकिन उन्होंने अमित शाह से बात करने के बाद अपना इरादा बदल दिया था। सावित्री जिंदल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और उन्हें जीत मिली। ऐसा भी कहा जा रहा है कि निकाय चुनाव के वक्त जिंदल परिवार की अनदेखी की गई। जिंदल परिवार चाहता था कि हिसार से शकुंतला राजलीवाला को मेयर का टिकट मिले, लेकिन भाजपा ने प्रवीण पोपली को टिकट दे दिया था। 

Also Read: खेल मंत्री गौरव गौतम को हाईकोर्ट से झटका, अदालत ने एक हफ्ते में मांगा जवाब, अगली सुनवाई की डेट फिक्स

jindal steel jindal logo
5379487