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हरियाणा में रोहतक की एमडीयू यूनिवर्सिटी ने शिक्षामंत्री के हस्तक्षेप व छात्रों के विरोध के बाद आखिरकार बढ़ी हुई फीस वापस लेकर छात्रों को बड़ी राहत दी है। नई फीस का विवरण जल्द ही विवि की वेवसाइड पर अपलोड़ कर दी जाएंगी।

रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए राहत भरी खबर है। छात्रों का आंदोलन कामयाब रहा। शनिवार को एमडीयू ने बढ़ाई हुई फीस वापस ले ली है। अब बीए अंग्रेजी, इतिहास, लोक प्रशासन और संस्कृत पाठ्यक्रमों के लिए 30 हजार 660 नहीं बल्कि 9542 रुपये फीस देनी होगी। इसी तरह बीएससी जेनेटिक्स, गणित और सांख्यिकी पाठ्यक्रम की फीस 40 हजार 660 रुपये की गई थी, अब छात्रों को इन पाठ्यक्रमों में पढ़ाई के लिए सिर्फ 9622 रुपये फीस देनी होगी। एमडीयू ने छात्र आंदोलन और शिक्षामंत्री के हस्तक्षेप के बाद करीब चार गुना फीस बढ़ाने वाला निर्णय रद कर दिया है। संशोधित फीस का विवरण एमडीयू वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। बता दें कि फीस बढ़ाने के बाद छात्र संगठन लगातार आंदोलन कर रहे थे।

 ऐसे महंगी की गई थी पढ़ाई

पहले इंटीग्रेटेड कोर्स जिसमें 5 साल में ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन दोनों हो जाती थी, जैसे एमए इकोनॉमिक्स, एमए इंग्लिश, एमए हिस्ट्री, एमएससी गणित, एमए हिंदी, एमए पब्लिक एड जिनकी फीस सालाना 8500 थी और लगभग 42 हजार में पोस्ट ग्रेजुएशन हो जाती थी, नई शिक्षा नीति के तहत ये कोर्स 4 साल के कर दिए गए, जिनमें केवल ग्रेजुएशन डिग्री मिलेगी, पोस्ट ग्रेजुएशन अलग से होगी, जिनकी फीस प्रतिवर्ष 30660 कर दी गई थी। इसी तरह बीएससी गणित, बीएससी जेनेटिक्स, बीकॉम, बैचलर आॅफ फाइन आर्ट, बीसीए व होटल मैनेजमेंट जिनकी फीस बढ़ाकर 61000 कर दी गई थी। 

फीस स्ट्रक्चर कमेटी की बैठक हुई

फीस बढ़ौतरी को लेकर 21 जून को डीन, एकेडमिक एफेयरस प्रो. एएस मान की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय की फीस स्ट्रक्चर कमेटी की बैठक की गई।  इसमें फीस संरचना के मामले पर चर्चा हुई। विभिन्न छात्र संगठनों से प्राप्त आवेदनों व ज्ञापनों पर भी विचार हुआ। साथ ही 13 जून और 19 जून को हरियाणा सरकार के उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित बैठक में हुए मंथन को भी ध्यान में रखा गया। इसके बाद फीस बढ़ाने का निर्णय वापस लिया गया। 

केंद्रीय मंत्री के सामने प्रदर्शन की चेतावनी थी

रोहतक में 23 जून को केंद्रीय शिक्षामंत्री सहित कई नेता आने हैं। संयुक्त छात्र संघर्ष समिति के दीपक धनखड़ ने चेतावनी दी थी कि एमडीयू ने बढ़ाई हुई फीस वपस नहीं ली तो केंद्रीय मंत्री के सामने प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद शनिवार को ही एमडीयू ने फीस वापस का फरमान वापस ले लिया। यह छात्र आंदोलन की जीत है। प्रदर्शन की चेतावनी देने के बाद एमडीयू प्रशासन ने पुलिस अधिकारियों के माध्यम से नई फीस का स्ट्रक्चर भेजा। 4 वर्षीय ग्रेजुएशन कोर्स और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।

पुनर्विचार कर लिया फीस संशोधित करने का निर्णय 

फीस संरचना में संशोधन का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने विभिन्न चार वर्षीय स्नातकीय पाठ्यक्रमों की प्रस्तावित फीस संरचना पर पुनर्विचार कर यह निर्णय लिया है। संप्रति यह निर्णय लिया गया है कि फीस स्ट्रक्चर को पूर्ववर्ती पंचवर्षीय समेकित पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष की फीस के समतुल्य ही रखा जाएगा। एमडीयू प्रशासन ने विद्यार्थी समुदाय के हितों को हमेशा ध्यान में रखा है और आगे भी रखेगा।
-प्रो. गुलशन लाल तनेजा, विश्वविद्यालय के कुलसचिव, मदवि 

अब यें रहेगी फीस

कोर्स                         फीस
बीए (अंग्रेजी)             9542        
बीए (अर्थशास्त्र)         9542
बीए (लोक प्रशासन)    9542
बीए (संस्कृत)            9542
बीए (इतिहास)            9542    
बीएससी (जेनेटिक्स)   9622
बीएससी (गणित)        9622
बीएससी (सांख्यिकी)   9622    
बैचलर ऑफ कॉमर्स     9622
बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (पेंटिंग)                   17752
बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए)    27502
पांच वर्षीय यूजी प्रोग्राम
एलएलबी (ऑनर्स)                                            6005
4 वर्षीय यूजी प्रोग्राम
बैचलर इन पब्लिक हेल्थ                                    17752
बीसीए                                                             27695
बीटीटीएम                                                        28552
बीएचएमसीटी                                                   28552
पांच वर्षीय यूजी प्रोग्राम
एमएचएमसीटी                                                29432

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