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हरियाणा के नारनौल स्थित नागरिक अस्पताल में शिकायत मिलने पर सीएम फ्लाइंग ने छापा मारा। टीम को दो कर्मचारी गैरहाजिर मिले तो एक नर्सिंग ऑफिसर नशे में धुत मिला।

Narnaul: नागरिक अस्पताल के जच्चा-बच्चा वार्ड में आए दिन यह शिकायत मिलती है कि यहां तैनात स्वास्थ्य कर्मी मरीज या उनके अभिभावकों को डिलीवरी के दौरान खतरा बताकर रेफर करते है और निजी अस्पताल में भेजकर कमीशन लेते है। लड़का होने पर बधाई के नाम पर पैसा भी लिया जाता है। इन शिकायतों के बाद सीएम फ्लाइंग टीम ने नागरिक अस्पताल में रेड मारी। जो शिकायत थी, उसको लेकर तो कोई सबूत नहीं मिला। लेकिन इस रेड के दौरान एक नर्सिंग ऑफिसर व अस्पताल सुपरवाइजर जरूर गैर हाजिर मिले। यहीं नहीं, एक नर्सिंग ऑफिसर शराब में धुत मिला, जिसका मेडिकल भी मौके पर करवाया गया।

वीरवार देर रात मारी सीएम फ्लाइंग ने रेड 

सीएम फ्लाइंग ने बतौर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार गजेसिंह की अगुवाई में नागरिक अस्पताल में वीरवार रात करीब साढ़े नौ बजे छापा मारा। सीएम फ्लाइंग की तरफ से एएसआई सचिन कुमार की टीम जच्चा-बच्चा वार्ड में पहुंची। जहां चिकित्सक कुदरत हाजिर मिली। उनके साथ रोस्टर मुताबिक कविता व रीना भी थी। मौके पर एडमिट 22 जच्चा व उनके परिजनों से पूछताछ की गई। उन्होंने बताया कि किसी भी स्टाफ ने कोई रुपए की डिमांड नहीं की। ना ही बधाई के नाम पर कोई पैसा लिया। ना ही प्राइवेट हॉस्पिटल में जाने बारे सलाह दी। स्टाफ से कोई शिकायत नहीं है। इसके अतिरिक्त लैब अटेंडेंट दीपक भी ड्यूटी पर था।

यह दो मिले गैरहाजिर, तीसरे ने पी हुई थी शराब

अस्पताल में सीएम फ्लाइंग के निरीक्षण के दौरान आईसीयू में रॉस्टर मुताबिक नर्सिंग ऑफिसर सावन कुमार यादव की ड्यूटी थी, वह हाजिर नहीं मिला। अस्पताल सुपरवाइजर भूपेश पालीवाल भी अपनी ड्यूटी से गैर हाजिर पाया। इसके अतिरिक्त नर्सिंग ऑफिसर राजबीर की ड्यूटी रिकॉर्ड मुताबिक वीरवार को दोपहर दो बजे से शाम आठ बजे लगी हुई थी। वह इस निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर में शराब का सेवन करते हुए पाया गया, जिसकी अलग से दरखास्त लिखकर मेडिकल परीक्षण इमरजेंसी वार्ड में तैनात चिकित्सक भूपेंद्र की ओर से करवाया गया। उन्होंने लिखित रिपोर्ट में मुंह में मौजूद शराब की गंध दर्शाया है।

चालक भी नहीं मिला, जच्चा-बच्चा वार्ड में मिली गंदगी

रेड के दौरान एंबुलेंस कंट्रोल रूम चैक करने पर चालक सुरजीत की (एचकेआरएन) ड्यूटी पर हाजिर नहीं पाया गया। इसके अतिरिक्त जच्चा-बच्चा वार्ड में सफाई व्यवस्था का भी बुरा हाल दिखाई दिया। जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए दिखे। इस मौके पर सीआईडी से संजय पाल भी मौजूद रहे।

तय रेट से कम कीमत पर बेच रहे थे शराब, दो ठेके सील

ठेकों पर शराब के रेट तय है। आबकारी विभाग के नियमों की बात करें तो तय किए गए रेट से कम कोई शराब नहीं बेच सकता। बावजूद शहर में ऐसा हो रहा है। जब यह शिकायत सीएम फ्लाइंग तक पहुंची तो आबकारी विभाग व सीआईडी की संयुक्त टीम के साथ छापेमारी की। इस दौरान दो शराब ठेकों को सील किया गया। दोनों शराब के ठे संचालक आबकारी के सभी नियमों की अवहेलना कर रहे थे। दोनों शराब ठेकों पर तय किए गए रेटों से कम कीमत पर शराब बेची जा रही थी।

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