योगेंद्र शर्मा, Haryana: आखिरकार एक दिन पहले हरियाणा विधानसभा में बुधवार को विश्वासमत हासिल कर चुके नायब सैनी वीरवार को दिल्ली में केंद्रीय नेताओं और सियासी दिग्गजों से मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व अन्य से आशीर्वाद लिया। इसके बाद देर शाम चंडीगढ़ लौट आए। खास बात यह है कि जहां नए मुख्यमंत्री दिल्ली में जाकर केंद्रीय नेतृत्व से आशीर्वाद लेकर लौटे हैं। वही, सैनी के गुरु और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल चंडीगढ़ में रहे और मुख्यमंत्री आवास पर लगातार पार्टी पदाधिकारी, अधिकारी व कार्यकर्ताओं से मिले।
सीपीएस खुल्लर और पुरानी टीम से ही होगा सीएमओ में काम
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी हरियाणा विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के अगले ही रोज केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात के बाद राजधानी चंडीगढ़ लौट आए हैं। गत दिवस मुख्य प्रधान सचिव मुख्यमंत्री राजेश खुल्लर का पत्र जारी होने के साथ ही यह भी साफ हो गया कि नए मुख्यमंत्री टीम मनोहर के साथ आने वाले वक्त में काम चलाएंगे। मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल के साथ कामकाज का लंबा अनुभव और उनके आशीर्वाद से मुख्यमंत्री बने नायब सैनी के मुख्यमंत्री ऑफिस में अधिकांश चेहरे पुरानी जिम्मेदारियों पर रहेंगे। चौथे फ्लोर पर काम कर रहे अधिकारियों के चेहरों में बदलाव मुश्किल है।
शपथ ग्रहण की चर्चाएं तेज
हरियाणा के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ-साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर लौट चुके हैं। उनके आने के साथ ही कुछ अन्य विधायकों को मंत्री पद दिए जाने व मंत्रीमंडल विस्तार की चर्चाएं देर रात तक चंडीगढ़ में जारी रही। सूत्रों का कहना है कि कुछ अन्य चेहरों को मंत्रीमंडल में शामिल करने की कवायद चल रही है। इस बारे में मुख्यमंत्री सैनी भाजपा हाई कमान से हरी झंडी हो जाने के बाद किसी भी वक्त कुनबा बढ़ा सकते हैं।
मनोहर लाल खट्टर व दुष्यंत चौटाला में हुई गुफ्तगू
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ स्थित सरकारी आवास पर पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के साथ काफी देर तक गुफ्तगू की। माना जा रहा है कि हरियाणा के सियासी माहौल और आने वाले समय को लेकर दोनों नेताओं ने काफी देर बातचीत की है। इसके अलावा लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण बोर्ड और निगमों में पहले से नियुक्त चेयरमैन व अन्य के इस्तीफे की औपचारिकता भी पूरी होनी है।