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प्रदूषण नियंत्रण के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए, गुरुग्राम जिला प्रशासन ने घोषणा की है कि इस साल के अंत तक जिले में डीजल ऑटोरिक्शा पूरी तरह से बंद हो जाएंगे। नए साल से, केवल इलेक्ट्रिक और सीएनजी ऑटोरिक्शा ही सड़कों पर दिखाई देंगे।

गुरुग्राम में डीजल ऑटो रिक्शा का संचालन जनवरी 2024 से पूरी तरह बंद हो जाएगा। जिला प्रशासन ने शनिवार को घोषणा की कि 31 दिसंबर 2023 तक सभी डीजल ऑटो रिक्शा जब्त कर लिए जाएंगे। फिलहाल जिले में कुल 38,400 ऑटो रिक्शा हैं, जिनमें से 1,015 डीजल से चलते हैं।  

पर्यावरण सुरक्षा के लिए बड़ा कदम

गुरुग्राम के डिप्टी कमिश्नर अजय कुमार ने बताया कि यह निर्णय Commission for Air Quality Management (CAQM) के 30 नवंबर 2022 के निर्देशों के तहत लिया गया है। इन निर्देशों में एनसीआर के जिलों में दिसंबर 2026 तक डीजल ऑटो रिक्शा पूरी तरह हटाने की बात कही गई थी। गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर जैसे जिलों के लिए यह समय सीमा 31 दिसंबर 2023 निर्धारित की गई है।  

अधिकारियों को अभियान चलाने के निर्देश

डिप्टी कमिश्नर ने सभी उप-मंडल अधिकारियों, क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (RTA) के सचिवों और पुलिस अधिकारियों को इस आदेश के पालन के लिए इस महीने के अंत तक स्पेशल अभियान शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बिना पंजीकरण वाले और नाबालिगों द्वारा चलाए जा रहे ऑटो रिक्शा को तुरंत जब्त करने का भी आदेश दिया है।  

80 डीजल ऑटो पहले ही जब्त

आरटीए सचिव और एसडीएम रविंद्र कुमार के मुताबिक, अब तक 80 से अधिक डीजल ऑटो रिक्शा जब्त किए जा चुके हैं। 2023 से जिले में नए डीजल ऑटो रजिस्टर नहीं किए जा रहे हैं। अब केवल सीएनजी और इलेक्ट्रिक ऑटो को ही रजिस्ट्रेशन की इजाजत दी जा रही है।  

गुरुग्राम में यात्रियों की संख्या और प्रभाव

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, गुरुग्राम में हर दिन 77,000 यात्री ऑटो रिक्शा का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा, लगभग 16.49 लाख लोग गुरुग्राम से फरीदाबाद, नोएडा और दिल्ली के बीच यात्रा करते हैं।  

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सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को मिलेगा बढ़ावा

इस फैसले से डीजल ऑटो रिक्शा हटाने के बाद प्रदूषण में कमी आएगी और पर्यावरण की गुणवत्ता में सुधार होगा। प्रशासन का कहना है कि यह कदम गुरुग्राम और एनसीआर के अन्य जिलों में पर्यावरणीय सुधार के लिए अहम साबित होगा।  

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