Haryana Ayushman Yojana: हरियाणा में निजी अस्पतालों ने आयुष्मान योजना के तहत इलाज बंद करने का ऐलान किया है। आईएमए के मुताबिक, हरियाणा सरकार ने निजी अस्पतालों के 400 करोड़ रुपए का बकाया राशि का भुगतान नहीं किया है। इस मामले में सोमवार, 3 फरवरी देर शाम को हरियाणा सरकार ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की हरियाणा इकाई के साथ बैठक की थी।
इस बैठक में इलाज न बंद करने को लेकर दोनों पक्षों के बीच में सहमति बनी थी, लेकिन देर रात आईएमए ने आयुष्मान योजना के तहत इलाज कर बंद करने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक, देर रात आईएमए हरियाणा की कार्यकारिणी की ऑनलाइन बैठक में यह फैसला लिया गया है।
बैठक में मुख्य प्रधान सचिव के साथ बनी थी सहमति
सोमवार को चंडीगढ़ में आईएमए के प्रतिनिधियों ने हरियाणा मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर के साथ बैठक हुई थी। बैठक में मुख्य सचिव ने आईएमए के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा। बैठक में कहा गया कि 10 मार्च तक आयुष्मान योजना के तहत क्लेम के लिए जितने भी आवेदन आएंगे, सरकार 31 मार्च तक 2025 तक उन सभी का भुगतान कर देगी। इसके अलावा, अगले साल आयुष्मान योजना के तहत क्लेम के निपटान व भुगतान करने के लिए 2500 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया जाएगा।
बैठक में इन चीजों पर भी हुई चर्चा
चंडीगढ़ में सरकार के साथ आईएमए के साथ हुई बैठक में फैसला लिया गया कि मेडिसन व बाल चिकित्सा संबंधी क्लेमों को विशेषज्ञ डॉक्टरों की स्पेशल टीम देखेगी। इसके अलावा जो भी संदिग्ध मामले सामने आते हैं, उनकी सूचना जल्द अस्पतालों के साथ साझा होगी। साथ ही बताया गया कि अगर किसी वजह से क्लेम राशि में कटौती की गई है, तो अस्पताल द्वारा उसके कारणों के बारे विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
इसके अलावा क्लेम का निरीक्षण करने के लिए डॉक्टरों को फिर से प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे कि समय पर क्लेम का भुगतान किया जा सके। बैठक में क्लेम प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए भी फैसला किया गया गया कि अस्पतालों को दूसरी अपील दायर करने का विकल्प भी दिया जाएगा। साथ ही बताया गया कि अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि समय रहते भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
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