Rewari।गांव मुंडिया खेड़ा में 52 साल की दादी ने अपने ढाई साल के पोते को बचाने के लिए जान की बाजी लगा दी। हालांकि अपने इस प्रयास में दादी सफल नहीं हो पाई तथा ढ़ाइ्र साल के पोते के साथ तालाब में डूबने से खुद को भी नहीं बचा पाई। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से गुरुवार को दोनों के शवों को पानी से निकालकर पोसटमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। दादी पोते की मौत से गांव में मातम छा गया।
बुधवार को निकली थी पूजा करने
मूल रूप से चांदनवास की रहने वाली करीब 52 वर्षीय दर्शना देवी अपने 2.5 वर्षीय पोते तानिश को लेकर बुधवार शाम मंदिर में पूजा करने के लिए गई थी। जिस समय दर्शना मंदिर में पूजा-अर्चना कर रही थी, तानिश जोहड़ की सीढियों की ओर निकल गया। पैर फिसलने से मासूम बच्चो जोहड़ में गिर गया। दर्शना ने उसे जोहड़ में गिरते हुए देख लिया। तैरना नहीं आने के बावजूद पोते को बचाने के लिए वह खुद भी जोहड़ में उतर गई। पता चलाने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने रात को ही गोताखारों की मदद से दादी-पोते की तलाश शुरू की। बाद में दोनों के शव जोहड़ में मिले। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में ले लिया। वीरवार को पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम करा दिया।
रात भर जारी रही तलाश
घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे तथा पुलिस व गोताखोरों की मदद से रात भर तालाब में शवों की तलाश जारी रखी। कई घंटे की मशक्त के बाद तालाब से शव बरामद हुए। जिन्हें पानी से बाहर निकालने के बाद पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया तथा पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपकर दिए। इस घटना से पूरे गांव में मातम छा गया।