Haryana News: हरियाणा में पराली जलाने के मामलों के कारण सरकार कई अहम कदम उठा रही है, क्योंकि पराली जलाने के कारण दिल्ली-एनसीआर से लेकर हरियाणा तक में हवा काफी प्रदूषित हो गई है। हरियाणा सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उन्हें अपने क्षेत्र में पराली जलाने वालों पर नजर रखनी है।
लोगों को समझाना है कि पराली जलाना कितना नुकसानदायक है। अगर वो नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसी कड़ी में हरियाणा के अंबाला में पराली जलाने के मामलों को रोकने के लिए विभाग ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। दो महिलाओं के खिलाफ पराली जलाने को लेकर जुर्माने के साथ ही केस दर्ज किया गया है।
खेतों में मौजूद नहीं थे किसान
दरअसल, 20 अक्टूबर को विभागीय अधिकारी निरीक्षण करने गए कि कहीं कोई व्यक्ति खेतों में पराली न जलाए। निरीक्षण के दौरान किसानों के खेतों में धान के अवशेष जले हुए मिले। किसान खेतों में मौजूद नहीं थे जिसके कारण अधिकारियों ने मौके पर पटवारी से रिकॉर्ड की जांच करवाकर और खेत की जीपीएस लोकेशन के आधार पर कार्रवाई की।
इन दो महिलाओं के खिलाफ दर्ज हुआ केस
बता दें कि अंबाला जिले में अब तक पराली जलाने के 74 मामले आ चुके हैं और 1 लाख 25 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया जा चुका है। अंबाला में दो महिलाओं के खिलाफ जुर्माना लगाने के बाद केस दर्ज किया गया है। अंबाला के नग्गल थाना में जनसुई गांव निवासी कम्मा उर्फ वरयाम पर कार्रवाई हुई। वहीं बराड़ा थाने में महिला किसान गुरमीत और सुरजीत पर मामला दर्ज किया गया है।
कैथल जिले में भी लिया गया एक्शन
हरियाणा के कैथल जिले में पराली जलाने के मामले में 14 किसानों को हिरासत में लिया गया है और 123 किसानों पर केस दर्ज हुए हैं। मना करने के बावजूद इन किसानों ने पराली जलाई, जिसके कारण ये एक्शन लिया गया। इन लोगों के खिलाफ प्रदूषण रोकथाम अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
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