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Heart Attack: मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में एक दर्दनाक मामला सामने आया है। क्रिकेट खेलते समय सेना के जवान की आर्ट अटैक से मौत हो गई। 35 साल का जवान एक महीने की छुट्टी पर घर आया था। 6 फरवरी को ड्यूटी पर लौटना था।

भोपाल। क्रिकेट मैच खेलते समय सेना के जवान को अचानक सीने में दर्द उठा। वह मैदान पर ही बैठ गया। साथी खिलाड़ी जवान को जिला अस्पताल लेकर गए। यहां के डॉक्टरों ने जांच के बाद जवान को झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। झांसी लेकर जाते समय जवान की रास्ते में मौत हो गई। मामला टीकमगढ़ के लिधौरा के मरगुवां गांव का है। जवान एक महीने की छुट्टी पर घर आया था। उसे 6 फरवरी को ड्यूटी पर लौटना था।

यूपी के सहारनपुर में पदस्थ था जवान 
जानकारी के मुताबिक, लिधौरा के मरगुवां गांव के विनोद वंशकार (35) को पास के गांव विरऊ में क्रिकेट मैच खेलने गया था। इसी दौरान उसके सीने में दर्द हुआ। साथी खिलाड़ी जवान को टीकमगढ़ के जिला अस्पताल लेकर गए। यहां के डॉक्टरों ने जवान को झांसी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। रास्ते में ही जवान ने दम तोड़ दिया। आर्मी जवान विनोद वंशकार वर्तमान में यूपी के सहारनपुर में पदस्थ था। परिजनों ने बताया कि वह 6 जनवरी को एक महीने की छुट्टी पर घर आया था। 6 फरवरी को उसे वापस लौटना था।  

2013 से सेना में दे रहा सेवाएं 
विनोद वंशकार 2013 में सेना में भर्ती हुआ था। उसके परिवार में उसकी पत्नी और दो बेटे हैं। घर में माता-पिता के अलावा एक बड़ा भाई है, जो पैर से दिव्यांग है। पिता और बड़े भाई खेती किसानी के साथ मजदूरी करते हैं। सेना में नौकरी के चलते विनोद ही परिवार की आय का सहारा था।  पुलिस ने बताया कि सागर आर्मी कैंप से सेना के अधिकारी आ रहे हैं। अधिकारियों के आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

रतलाम में बस चलाते समय ड्राइवर को आया हार्ट अटैक 
हाल ही में रतलाम में बस ड्राइवर जफर मेव (50) की हार्ट अटैक से मौत हुई थी। बस चलाते समय ड्राइवर को हार्ट अटैक आया। उसने बस रोककर यात्रियों की जान बचा दी, लेकिन खुद को नहीं बचा पाया था।   

स्कूल बस ड्राइवर की भी हुई थी हार्ट अटैक से मौत 
इंदौर में दो दिन पहले हार्ट अटैक से मौत के दो हैरान करने वाले मामले सामने आए थे। बच्चों को लेकर स्कूल जा रहे बस के ड्राइवर को अचानक सीने में दर्द उठा और कुछ देर बाद निधन हो गया था। सीने में दर्द उठने के बाद ड्राइवर ने बस रोकी और सीट पर टिक गया। बच्चे कुछ समझ पाते उससे पहले ही उसकी सांसें थम गईं थीं। 

कोचिंग में पढ़ाई करते समय छात्र की मौत   
उसी दिन इंदौर में कोचिंग क्लास के दौरान 18 साल के छात्र को सीने में दर्द उठा और सिर के बल बेंच पर गिर गया था। दोस्त अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। छात्र PSC की तैयारी कर रहा था। 

भोपाल में स्कूल वैन के चालक की भी थम गई थीं सांसें 
भोपाल में एक सप्ताह पहले स्कूल वैन चालक का इसी तरह निधन हो गया था। वह स्कूल से बच्चों को घर पहुंचाने जा रहा था, तभी अचानक सिर में दर्द शुरू हो गया। दर्द के चलते वैन चालक ने बच्चों को दूसरे वाहन में शिफ्ट कराया और सड़क किनारे वाहन खड़ा कर आराम करने लगे, तभी सांसें थम गई थीं। 

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