Bhopal Lokayukta raid: मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सरकार का एक्शन जारी है। गुरुवार  (19 दिसंबर) को भोपाल में मंत्री के करीबी पूर्व आरक्षक के घर छापेमारी की गई है। लोकायुक्त पुलिस को यहां करीब ढाई करोड़ कैश, 40 किलो सोना-चांदी और बेमानी सम्पत्ति से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। लोकायुक्त की टीम फिलहाल पड़ताल कर रही है। 

अरेरा कॉलोनी में छापेमारी, शाहपुरा में स्कूल 
सौरभ शर्मा मूलत: ग्वालियर का रहने वाला है। पहले वह परिवहन विभाग में आरक्षक था, लेकिन विभागीय मंत्री से नजदीकियां बढ़ने पर सरकारी नौकरी छोड़ व्यापार-व्यवसाय करने लगा। भोपाल के शाहपुरा में उसका प्राइवेट स्कूल है। लोकायुक्त ने गुरुवार सुबह सौरभ के अरेरा कॉलोनी स्थित ठिकानों में छापेमारी की है।  

पिता की जगह मिली थी नौकरी 
सौरभ शर्मा के पिता परिवहन विभाग में पदस्थ थे। सौरभ को यहां अनुकंपा के तौर नियुक्ति मिली थी। 10 से 12 साल नौकरी करने के बाद उसने वीआरएस ले लिया। सौरभ की जिस मंत्री से जोड़ी जा रही हैं। वह कमलनाथ, शिवराज और अब मोहन सरकार में भी मंत्री हैं। यह मंत्री परिवहन विभाग भी संभाल चुके हैं।       

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चेतन गौर के ठिकानों में भी सर्चिंग 
परिवहन नाकों के आवंटन में सत्ताधारी नेताओं के साथ सौरभ शर्मा की भी बड़ी भूमिका हुआ करती थी। उनके खिलाफ बेमानी सम्पत्ति की शिकायतों के आधार पर लोकायुक्त ने यह कार्रवाई की है। सौरभ के अलावा चेतन गौर के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है।