भोपाल (कपिल देव श्रीवास्तव): राजधानी के मुख्य रेलवे स्टेशन के पास कोचिंग डिपो के यहां पर रेलवे की ओर से बिना अनुमति के आधा दर्जन से अधिक हरे-भरे पेड़ काट दिए गए हैं। इन पेड़ों को स्टेशन परिसर में पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए लगाया गया था, लेकिन नए साल के शुरूआत में यह पेड़ अचानक गायब हो गए।
खास बात यह है कि नगर निगम को इस कटाई की जानकारी नहीं दी गई है तो वहीं रेलवे प्रशासन भी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है।
जानकारी के अनुसार, कटे गए पेड़ों में कुछ बड़े और हरे-भरे पेड़ शामिल हैं, जो स्टेशन के वातावरण को शुद्ध और हरा-भरा बनाए रखते थे। इनकी कटाई से अब आसपास की वायु गुणवत्ता और प्राकृतिक शीतलता पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
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पर्यावरणविद् का कहना है कि रेलवे स्टेशन जैसे व्यस्त स्थान पर पेड़ों का कटना पर्यावरण के लिए गंभीर चिंता का विषय है। इन पेड़ों से स्टेशन के आसपास की हवा शुद्ध रहती थी और इनसे प्राकृतिक शीतलता मिलती थी। अब इनकी कटाई से न केवल पर्यावरणीय संतुलन प्रभावित हुआ है, बल्कि यह स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर डाल सकता है।
मामले पर नगर निगम के अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि अधिकारियों को मौके पर पहुंचाया जाएगा। इसके बाद पेड़ों की स्थिति को देखते हुए कार्रवाई की जाएगी।