Lokayukta action in Dewas: झूठी जांच में फंसाने की धमकी देकर 6 हजार रुपए प्रतिमाह रिश्वत मांगने वाले प्रधान अध्यापक के खिलाफ लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की है। लोकायुक्त ने संजय नगर के शासकीय प्राथमिक स्कूल के प्रधान अध्यापक को पांच हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त की कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। मामला देवास के शासकीय प्राथमिक शाला विद्यालय संजय नगर का है। लोकायुक्त पुलिस प्रधान अध्यापक से पूछताछ कर रही है।
घूसखोर प्रधानाचार्य pic.twitter.com/vfYQb1xAmY
— Raju Sharma (@RajuSha98211687) April 8, 2024
चार अप्रैल को शिक्षिका ने की थी शिकायत
लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक,पदमा बाथम सहायक अध्यापिका हैं। पदमा ने चार अप्रैल को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन को शिकायत की थी। शिकायत में बताया था कि देवास के नगर में शासकीय प्राथमिक विद्यालय के प्रधान अध्यापक तिलकराज सेम उन्हें झूठी जांच में फंसाने की धमकी देकर 6 हजार रुपए प्रतिमाह रिश्वत की मांग कर रहा है। शिक्षिका की शिकायत पर लोकायुक्त ने टीम गठित की और मौका देखकर तिलकराज सेम को गिरफ्तार कर लिया।
जानें कैसे लोकायुक्त ने तिलकराज को दबोचा
बता दें कि शिकायत के बाद रिश्वत की पुष्टि के लिए शिक्षिका और प्राचार्य की बातचीत की रिकॉर्डिंग कराई गई। रिकॉर्डिंग में शिक्षिका के निवेदन पर प्रधान अध्यापक ने पांच हजार रुपए हर माह लेने पर सहमति जताई। वेतन मिलते ही शिक्षिका प्रधान अध्यापक को देने के लिए पांच हजार रुपए लेकर पहुंची। पीछे से लोकायुक्त की टीम भी अलर्ट थी। जैसे ही शिक्षिका ने तिलकराज सेम को पांच हजार रुपए दिए लोकायुक्त की टीम पहुंची और रंगेहाथ तिलकराज को दबोच लिया।