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Vijayadashami 2024: सतना जिले के कोठी कस्बे में रावण की पूजा होती है। करीब ढाई साल पुरानी इस परंपरा का निर्वहन कर रहे रमेश मिश्रा पूरा रावण को अपना पूर्वज मानते हैं। उन्होंने कहा, हम लोग कई पीढ़ियों से रावण की पूजा करते आ रहे हैं। 

सतना (मनोज रजक): सतना जिले के कोठी कस्बे में दशहरे पर रावण की पूजा होती है। विंध्य में यह एकमात्र ऐसी जगह है, जहां दशहरे पर भगवान राम की जीत की खुशी भी मनाई जाती और दशानन की धूमधाम से पूजा भी होती है।

सतना-चित्रकूट मुख्य मार्ग पर स्थित कोठी कस्बे में थाना परिसर के पास लंकाधिपति रावण की विशाल प्रतिमा स्थापित है। 10 शीश वाली रावण की यह प्रतिमा करीब ढाई सौ साल पुरानी बताई जाती है। 

दशहरे पर प्रतिमा और आसपास के स्थल पर सफाई कर रंग-रोगन किया जाता है। फिर बैंड-बाजे के साथ लोग यहां पहुंचते हैं और दशानन की पूजा करते हैं। वर्तमान में इस परंपरा का निर्वाह रमेश मिश्रा पूरा कर रहे हैं। उन्होंने बताया, रावण हमारे पूर्वज हैं, पीढ़ियों से रावण की पूजा करते आ रहे हैं। 

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