Logo
मोदी सरकार के अंतरिम बजट के बाद MP में सियासत गरमा गई है। 2024-25 का बजट सामने आने के बाद पूर्व CM कमलनाथ ने कहा कि यह बजट नहीं, सिर्फ झुनझुना है। जीतू पटवारी ने कहा-मोदी सरकार ने बजट में भी पूरी ईमानदारी से चार झूठ बोले हैं।

भोपाल। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम चुनाव के पहले मोदी सरकार का अंतरिम बजट पेश किया। 2024-25 का बजट सामने आने के बाद कांग्रेस ने निशाना साधा है तो भाजपा ने जमकर तारीफ की है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बजट पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट नहीं, सिर्फ एक झुनझुना है। पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि-बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर। पंछी को छाया नहीं फल लागे अति दूर। मोदी सरकार के आज पेश किए गए अंतरिम बजट की स्थिति कुछ ऐसी ही है। हमें आशा थी कि चुनाव से पूर्व के इस बजट में वित्त मंत्री बताएंगी कि प्रधानमंत्री ने जो हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था उस हिसाब से 20 करोड़ रोजगार देने का टारगेट कहीं पहुंचा भी या नहीं?

टैक्स स्लैब में कोई छूट नहीं दी
कमलनाथ ने आगे लिखा है कि मध्यमवर्ग को आशा थी कि सरकार इनकम टैक्स स्लैब में कोई छूट देगी लेकिन एक बार फिर से अपना जन विरोधी चेहरा सामने लाते हुए मोदी सरकार ने आयकर में कोई छूट नहीं दी। मोदी सरकार ने वादा किया था कि 2022 में किसानों की आमदनी दोगुनी कर दी जाएगी लेकिन आज 2024 के बजट में भी किसानों के पक्ष में एक ढंग की बात भी सरकार नहीं बोल सकी।

बजट में युवाओं और महिलाओं को कुछ नहीं 
कमलनाथ ने फिर कहा कि बजट में युवाओं, महिलाओं, बेरोजगारों, किसानों और जवानों के लिए कुछ भी नहीं है। सरकार ने देश के आर्थिक विकास का कोई खाका पेश नहीं किया है और जो बातें कही हैं, वह 15 और 20 साल दूर की बातें हैं। यह बजट नहीं है, सिर्फ एक झुनझुना है।

मोदी सरकार ने आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और नैतिक झूठ बोला 
एमपी कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बजट के बाद भाजपा पर हमला बोला है। जीतू ने एक्स पर लिखा है कि मोदी सरकार ने अंतरिम बजट में भी पूरी ईमानदारी से चार झूठ बोले हैं। पहला आर्थिक झूठ, दूसरा, सामाजिक झूठ, तीसरा राजनीतिक और चौथा नैतिक झूठ बोला है। 

आर्थिक झूठ-
जीतू ने लिखा है कि 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली केंद्र सरकार दावा कर रही है कि 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला। यह भाजपा का वर्ष 2024 में बोला गया सबसे बड़ा आर्थिक झूठ है। क्योंकि, मैं जिस देश में रहता और लोगों से मिलता हूं वहां गरीबों की परिभाषा अलग है। भाजपा के सरकारी कागजों में गरीब की उपस्थिति अलग तरह से दिखाई और दर्शाई जा रही है। 

सामाजिक झूठ- 
पटवारी ने कहा है कि मेरे मध्यप्रदेश में ही लाड़ली बहना योजना में 3000 प्रतिमाह देने का दावा कर, वादे से मुकरने वाली भाजपा सरकार यदि करीब एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का दावा कर रही है, तो इसे भी मैं वर्ष 2024 में बोला गया सबसे बड़ा सामाजिक झूठ कहूंगा। 

राजनीतिक झूठ- 
जीतू ने कहा कि  सच्चाई यह है कि पिछले 45 सालों में देश में सबसे अधिक बेरोजगारी है। लेकिन, झूठ के पांवों पर दौड़ने वाली भाजपा सरकार का दावा है कि 54 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया है। हर साल 2 करोड़ नौकरी के झूठ को देश को युवा पहचानता है, इसलिए भाजपा के असली चेहरे और चरित्र को भी अब बखूबी जानता है। इसे भी मैं वर्ष 2024 में बोला गया सबसे बड़ा राजनीतिक झूठ कहूंगा। 

नैतिक झूठ- 
 मोदी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का ढोल इतना पीटा कि वह फट गया। लेकिन, नैतिकता के नाम पर 'तीन काले कानून जैसी अनैतिक नीतियां बनाने वाली भाजपा अब उस फटे हुए ढोल को भी जोर-जोर से बजा रही है। गरीबी में फंसा, महंगाई से लड़ता, कर्ज में डूबा किसान इस बात को जानता है कि आय तो दोगुनी नहीं हुई, लागत जरूर चार गुना बढ़ गई है। फिर केंद्रीय वित्त मंत्री की बजट-बुक कह रही है कि पीएम किसान योजना से 11.8 करोड़ लोगों को आर्थिक मदद मिली है। इसे भी मैं वर्ष 2024 में बोला गया सबसे बड़ा नैतिक झूठ कहूंगा। 

5379487