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Union Carbide Waste: मध्य प्रदेश के पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा जलाने की प्रक्रिया शुक्रवार (27 फरवरी) दोपहर शुरू कर दी गई है। दो सप्ताह में 30 टन कचरा जलाया जाएगा। इसके बाद हाईकोर्ट को रिपोर्ट देनी है। कांग्रेस-भाजपा इस मुद्दे पर टकराव है।

Union Carbide Waste: मध्य प्रदेश के पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा जलाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, लेकिन इसे लेकर लोगों में डर का महौल है। कांग्रेस ने इससे गंभीर बीमारियां फैलने की आशंका जताई है। जबकि, सीएम मोहन यादव ने भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है। कहा, डरने की जरूरत नहीं है। वैज्ञानिक तरीके से कचरे का निष्पादन किया जा रहा है। 

भोपाल गैस कांड के बाद यूनियन कार्बाइड के इस कचरे को 40  साल तक पीथमपुर स्थित रि-सस्टेनेब्लिटी कंपनी (पूर्व में रामकी) परिसर में डिस्पोज किया जा रहा है। पिछले महीनों भोपाल से 12 कंटेनर में भरकर 337 टन जहरीले कचरे को पीथमपुर पहुंचाया गया था। शुक्रवार दोपहर 3 बजे से इसके निष्पादन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह प्रक्रिया 74 घंटे तक सतत चलेगी। 

अधिकारियों के मुताबिक, अगले दो सप्ताह में थोड़ी-थोड़ी करके 30 टन कचरा जलाया जाएगा। इसके बाद इसके प्रभाव की रिपोर्ट बनाकर 27 मार्च से पहले हाईकोर्ट को सौंपी जाएगी। 2015 में भी पीथमपुर के इसी संयंत्र में 10 टन जहरीला कचरा जलाया गया था। प्रशासनिक अफसरों ने अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कचरा जलाने पर निर्णय लिया है। 

हाईकोर्ट जा सकते हैं चिन्मय मिश्र
सामाजिक कार्यकर्ता चिन्मय मिश्र ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर बताया था कि पर्यावरण और स्वास्थ्य नियमों का पालन किए बिना जहरीला कचरा जलाने की तैयारी की जा रही है। इस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब मांगा था। सरकार का पक्ष सुनने के बाद गुरुवार को याचिका निस्तारित कर दी गई। चिन्मय मिश्र ने कहा, फैसले का अध्ययन करने के बाद हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की संभावना तलाशेंगे।

जीतू पटवारी बोले-हित साध रहे नेता 
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, इंदौर की जनता ने भाजपा को सांसद-विधायक और महापौर दिए, लेकिन भाजपा बदले में इंदौर की भावी पीढ़ी को कैंसर दे रही है। यूनियन कार्बाइड के कचरे पर सरकार कोर्ट का बहाना करती है। सरकार अगर इस कचरे को इंदौर के पीथमपुरा ले गई तो मतलब स्पष्ट है कि इसके पीछे सरकार और सरकारी नेताओं के आर्थिक हित छिपे हैं। 

CM मोहन यादव ने दिया जवाब 
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, जीतू पटवारी को जो समझ है, उसके हिसाब से वह अपना काम कर रहे हैं। यूनियन कार्बाइड का यह कचरा कांग्रेस के कार्यकाल था। वहां अगर 10 लाख से ज़्यादा लोग मरे तो यह कांग्रेस प्रशासन की लापरवाही थी। कांग्रेसियों ने एक तरफ़ भोपाल को मरने के लिए छोड़ दिया और दूसरी तरफ़ डर फैला रहे हैं। 

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