Bhopal Model Hospital: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के लिए अच्छी खबर है। टाटा ट्रस्ट (Tata Trusts) भोपालवासियों को बड़ा तोहफा देने वाला है। लोगों की सेहत सुधारने और बेहतरीन वातावरण देने के लिए Trusts जल्द ही भोपाल में मॉडल हॉस्पिटल बनाएगा। ट्रस्ट ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर तैयारी शुरू कर दी है। ट्रस्ट 'हेल्दी सिटी' का प्रोग्राम तैयार करेगा। इसमें महिलाओं, बच्चों, बुजुर्ग और युवाओं की सेहत पर फोकस किया जाएगा। शुरुआत में वर्तमान अस्पतालों में ही सेवाओं को बढ़ाकर बेहतर स्वास्थ्य लाभ देने का प्लान बनाया है।
अस्पतालों में चालू होंगे ईवनिंग क्लीनिक
हेल्थ सिस्टम ट्रांसफॉर्मेशन प्लेटफॉर्म (HSTP) टाटा ट्रस्ट की एडवाइजर डॉ. सुधा चन्द्रशेखर ने गुरुवार को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के सामने प्रेजेंटेशन दिया है। सुधा चन्द्रशेखर ने बताया कि भोपाल के हेल्थ सिस्टम को मजबूत करने के लिए सेंटर फॉर रिसर्च इन स्कीम्स एंड पॉलिसीस के साथ मिलकर काम किया जाएगा। HSTP भोपाल के लिए व्यापक रोडमैप तैयार करेगा। शुरुआत में अस्पतालों में सेवाओं का विस्तार किया जाएगा। मजदूर और कामकाजी लोगों के लिए शाम के समय ईवनिंग क्लीनिक चालू करेंगे, ताकि इन लोगों को भी बेहतर इलाज मिल सके।
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भोजन, स्वास्थ्य सेवाएं, स्वच्छता और पर्यावरण पर होगा काम
सुधा चन्द्रशेखर ने कहा कि भोपाल को हेल्दी सिटी बनाने के लिए 5 साल का प्लान बनाया जाएगा। शहरी गतिशीलता, बीमारी, पुरानी बीमारी में कमी, भूजल संरक्षण और स्वच्छता में वृद्धि पर काम किया जाएगा। विभिन्न संगठनों के साथ साझेदारी से शहर में देखभाल के तंत्र के साथ रोकथाम से इलाज तक को शामिल किया है। स्वस्थ भोजन, स्वास्थ्य सेवाएं, जल, स्वच्छता और पर्यावरण पर काम किया जाएगा।
क्या है टाटा ट्रस्ट का उद्देश्य
टाटा ट्रस्ट की स्थापना 1892 में हुई थी। ट्रस्ट का उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में सामाजिक सुधार करना है। टाटा ट्रस्ट की 66% हिस्सेदारी टाटा संस के पास है। टाटा ट्रस्ट के अंतर्गत दोराबजी टाटा ट्रस्ट, लेडी टाटा मेमोरियल ट्रस्ट सहित कई उप-ट्रस्ट शामिल हैं।इन ट्रस्टों ने भारतीय विज्ञान संस्थान और टाटा मेमोरियल अस्पताल जैसी महत्वपूर्ण संस्थाओं की स्थापना में योगदान दिया है। टाटा ट्रस्ट का दृष्टिकोण न केवल परोपकार पर आधारित है, बल्कि यह दीर्घकालिक विकास और सामुदायिक सशक्तिकरण पर भी केंद्रित है। इसके कार्यों ने भारत में कई क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद की है।