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Devendra Fadnavis:महाराष्ट्र में तीसरी बार मुख्यमंत्री बने देवेंद्र फडणवीस ने स्थिर सरकार का वादा किया। लाडकी बहन योजना में वजीफा बढ़ाने समेत विकास पर जोर देने की बात कही।  

Devendra Fadnavis: देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार(5 दिसंबर) को तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ समारोह मुंबई के आजाद मैदान में हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और कई बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया। फडणवीस ने शपथ के बाद अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में अब स्थिर सरकार चलेगी। उन्होंने कहा कि राजनीति का यह दौर बदलाव का होगा, बदले का नहीं। 

महायुति सरकार सभी को साथ लेकर चलेगी
देवेंद्र फडणवीस ने अपने संबोधन में कहा, "हमारे रोल बदले हैं, लेकिन हमारी दिशा वही है।" महायुति सरकार सभी को साथ लेकर चलेगी। जब भी समस्याएं आएंगी, सरकार मिलकर उनका हल निकालेगी। फडणवीस ने कहा कि यह सरकार स्थिरता, पारदर्शिता और विकास की दिशा में आगे बढ़ेगी। महाराष्ट्र की जनता को अब एक स्थिर और मजबूत सरकार की उम्मीद है।  

लाडकी बहिन स्कीम का वजीफा बढे़गा
देवेंद्र फडणवीस ने अपनी सरकार के प्राथमिक एजेंडे की जानकारी देते हुए कहा कि यह सरकार पारदर्शी और जनहित में काम करेगी। उन्होंने "लाडकी बहन योजना" को जारी रखने का वादा किया और इसके तहत महिलाओं को मिलने वाले मासिक वजीफे को ₹1500 से बढ़ाकर ₹2100 करने की घोषणा की। फडणवीस ने कहा कि पहले राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जाएगा, उसके बाद योजनाओं का विस्तार होगा। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि महायुति सरकार विकास और कल्याण के लिए समर्पित रहेगी।  

7 से 9 दिसंबर तक चलेगा विधानसभा का विशेष सत्र 
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष का चयन स्पीकर करेंगे। उन्होंने 7 से 9 दिसंबर तक चलने वाले विशेष सत्र की घोषणा की। इस सत्र में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव 9 दिसंबर को होगा। फडणवीस ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार शीतकालीन सत्र से पहले होगा। शीतकालीन सत्र नागपुर में आयोजित किया जाएगा। सरकार की यह योजना राज्य की प्रशासनिक जरूरतों को पूरा करने और सुचारू कार्यप्रणाली सुनिश्चित करने की दिशा में अहम कदम मानी जा रही है।

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महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव
पिछले पांच वर्षों में महाराष्ट्र की राजनीति में भारी उथल-पुथल देखने को मिली। 2019 में भाजपा-शिवसेना का गठबंधन टूटने के बाद महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार बनी। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने मिलकर सरकार बनाई, लेकिन 2022 में एकनाथ शिंदे के विद्रोह ने एमवीए को गिरा दिया। शिंदे ने भाजपा के साथ मिलकर मुख्यमंत्री पद संभाला। इस बार विधानसभा चुनावों में भाजपा और सहयोगी दलों ने बहुमत हासिल किया। नतीजों के बाद फडणवीस ने मुख्यमंत्री के रूप में वापसी की।  

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शपथ ग्रहण में बड़े नेताओं की रही माैजूदगी
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, नितिन गडकरी और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया। समारोह में एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शिंदे मुख्यमंत्री से उपमुख्यमंत्री बनने वाले दूसरे नेता बने, जबकि अजित पवार ने छठी बार डिप्टी सीएम पद संभाला। शपथ ग्रहण के दौरान राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने तीनों नेताओं को मराठी में शपथ दिलाई। यह समारोह महायुति सरकार की शक्ति और एकता का प्रदर्शन था।  

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