CM Yogi Fake Video: लोकसभा चुनाव के बीच बड़े नेताओं से जुड़े फर्जी वीडियो के मामले बढ़ गए हैं।गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो के बाद अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का डीप फेक वीडियो सामने आया है। इस फेक वीडियो को सोशल नेटवर्किंग साइट X पर पोस्ट किया गया था। नोएडा एसटीएफ ने इस मामले में एक्शन लिया है। पुलिस ने वीडियो बनाने के आरोपी आरोपी श्याम किशोर गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। यह इस सप्ताह में दूसरा ऐसा मामला है जब बीजेपी के किसी बड़े नेता के फेक वीडियो मामले में गिरफ्तारी हुई है।
शहीदों की पत्नियों के मंगलसूत्र को लेकर की गई टिप्पणी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1 मई को नोएडा बरौला के श्याम किशोर गुप्ता ने अपने X हैंडल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का डीप फेक वीडियो अपलोड किया था। वीडियो में पुलवामा के शहदी जवानों की पत्नियों का जिक्र किया गया था। इसमें शहीद जवानों की पत्नियों के मंगलसूत्रों के बारे में भी टिप्पणी की गई थी। साथ ही इस फेक वीडियो में लोगों से बीजेपी को हटाने की अपील की गई थी। इस वीडियो को लेकर साइबर क्राइम अपराध थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी।
On 1st May, an AI-generated deep fake video of the UP CM Yogi Adityanath was being made viral by uploading it from Twitter handle ID 'Shyam Gupta RPSU', which according to police was strengthening anti-national elements by spreading misleading facts. After compiling the…
— ANI (@ANI) May 2, 2024
वीडियो को यूपी बीजेपी और सीएम यूपी को टैग किया गया था
वीडियो को यूपी बीजेपी, पीएमओ और सीएम यूपी को टैग किया गया था। नोएडा एसटीएफ के एसीपी राजकुमार मिश्रा ने पुष्टि की है इस फेक वीडियो को पोस्ट करने वाले श्याम गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि यह एक डीप फेक वीडियो है। इसे AI तकनीक की मदद से तैयार किया गया है। बता दें कि कुछ दिनों पहले गृह मंत्री अमित शाह का भी एक फेक वीडियो भी सामने आया था। इस वीडियो को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर सोशल नेटवर्किंग साइट पर शेयर किया था।
अमित शाह के फेक वीडियो मामले में अब तक दो लोग गिरफ्तार
गृह मंत्री अमित शाह के फेक वीडियो में दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में अब तक 8 राज्यों के 16 लोगों को समन भेजा जा चुका है। इन लोगों में तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी को भी समन भेजा जा चुका है। इन सभी लोगों को दिल्ली में पूछताछ के लिए यूनिट इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटजिक ऑपरेशंस (IFSO)के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। फेक वीडियो को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने भी स्पष्टीकरण दे चुके हैं। गृह मंत्री ने असम के गुवाहाटी में फेक और असली दोनों वीडियो दिखाया था। आरक्षण के मुद्दे पर पार्टी के पक्ष को लेकर अपना रुख स्पष्ट किया था।