जयपुर। हवामहल के भाजपा विधायक बालमुकुंदाचार्य ने पूर्व मंत्री व विधायक शांति धारीवाल को लेकर कहा कि बुढ़ापे में धारीवाल की बुद्धि भ्रष्ट हो गई। कभी बोलते हैं यह मर्दों का प्रदेश है। तुमको शर्म नहीं आई। बूढे़ आदमी, बुजुर्ग आदमी, इस उम्र में धारीवाल को राम नाम का जाप करना चाहिए। भगवान का भजन करें। इस तरह के गंदे बोल न बोले।
आज कह रहे हैं कि भजन मंडली आ गई। अरे आपको भजन से इतनी आपत्ति क्यों हैं ? भजन अच्छी चीज है। भजन मंडली आ गई तो भजन करेगी। सत्संग करेगी। सबका विश्वास जीतकर प्रदेश का विकास करेगी।
कुशासन की सरकार हुई अब डिलीट।
— Swami Balmukundacharya (@BMacharyaBJP) December 20, 2023
शपथ के आज पहले दिन ही विपक्ष ने फिर तंज कसा की सदन के अंदर भजन मंडली आ गयी ये क्या करेगी ? इस प्रकार के शब्द सदन में आज प्रथम दिन लिए गए। सर्वमंगल की कामना करते हुए आज एक सदस्य के रूप में विकास विजन से प्रदेश की उत्तरोत्तर प्रगति की प्रार्थना करता… pic.twitter.com/YI4fTq6ckz
जनता तुमको डिलीट मार चुकी है, अब तो समझ जाओ
विधायक ने धारीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग सदन में काली पट्टी बांधकर आ गए। क्या संदेश देना चाहते हो ? खुशी का माहौल है, प्रसन्नता का माहौल है। कुशासन चला गया है। जनता इनकी सरकार को डिलीट मार चुकी हैं। अब तो समझ जाओ। देव तुल्य जनता तुमको डिलीट मार चुकी है। उसके बाद काली पट्टी बांधकर विरोध कर रहे हैं।
हमारा सपना है कांग्रेस मुक्त भारत बनाना है
विधायक ने कहा कि हम सब प्रदेश के विकास के लिए संगठित हुए हैं। यहां शपथ का कार्यक्रम हुआ है। ऐसे में यह इस तरह के बोल, बोल रहे हैं। शर्म आनी चाहिए। हमारा सपना है कांग्रेस मुक्त भारत बनाना है। इनके जितने भी सहयोगी दल हैं। इनका महागठबंधन है। इन्हें किसी भी संवैधानिक पद का मान सम्मान नहीं हैं। यह लोग केवल राजनीति करते हैं। वह भी गंदी राजनीति करते हैं, अगर इन्होंने धर्म अनुरूप राजनीति की होती तो आज इनकी यह हालत नहीं हुई होती।
नारियल फोड़कर विधानसभा में प्रवेश किया
— Swami Balmukundacharya (@BMacharyaBJP) December 20, 2023
राम राज्य की स्थापना#जय_श्री_राम pic.twitter.com/u6x93Mvh2u
अचानक सत्र बुलाने पर धारीवाल ने कहा था यह भजन मंडली नहीं है
बता दें कि 16वीं विधानसभा का पहला सत्र बुधवार से शुरू हुआ है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने अचानक सत्र बुलाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह भजन मंडली नहीं है। वहीं संसद में विपक्षी सांसदों के निलंबन पर विरोध जताने के लिए पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित कांग्रेस के सभी विधायक काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे और विरोध किया।