Crime News: झांसी से सनसनीखेज खबर है। सोमवार (28 अक्टूबर) को सुबह UP पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। 1000 करोड़ की जमीन हड़पने के आरोपी 1 लाख के इनामी हरेंद्र मसीह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस बल ने घेराबंदी कर गोविंद चौराहे पर झाड़ियों से मसीह को धर दबोचा। गिरफ्तार करने के बाद हरेंद्र मसीह को नवाबाद थाने लाया गया। यहां पुलिस अफसर उससे पूछताछ कर रहे हैं। बता दें कि मसीह पर कानपुर में 1000 करोड़ की जमीन कब्जाने का आरोप है।
10 ज्यादा धोखाधड़ी के केस दर्ज
जानकारी के मुताबिक, झांसी निवासी हरेन्द्र मसीह पर एक दर्जन से ज्यादा जमीनों की धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं। पुलिस टीम कई बार झांसी गई, मगर आरोपी का कुछ पता नहीं चला। सोमवार को सुबह भारी पुलिस बल ने घेराबंदी कर मसीह को क्रिश्चियन अस्पताल के पास झाड़ियों से गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने खंगाली कुंडली तो हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस ने हरेन्द्र मसीह की कुंडली खंगाली तो पता चला कि श्री आनंदेश्वर एसोसिएट्स नाम की कंपनी से हरेन्द्र मसीह की संस्था को पैसे देने दिए जाते हैं। इसके बाद पुलिस हरेन्द्र मसीह के पीछे पड़ी तो 1000 करोड़ की जमीन कब्जाने का मामला सामने आया। इसके बाद हरेन्द्र मसीह को लेकर डीसीपी ने पहले 25 हजार के इनाम की घोषणा की। एडीशनल सीपी ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया। शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल होने से पहले पुलिस कमिश्नर ने एक लाख रुपए के इनाम की घोषणा कर दी है।
28 जुलाई को इस मामले में हुई थी पहली गिरफ्तारी
कानपुर के सिविल लाइंस स्थित एक हजार करोड़ की कीमत की मैरी एंड मेरीमैन स्कूल कंपाउंड की जमीन पर कब्जा करने का आरोप है। हरेन्द्र मसीह के खिलाफ झांसी के नवाबाद थाना में भी वसूली का मामला दर्ज था। पुलिस ने 28 जुलाई को इस मामले में एक दूसरे आरोपी को गिरफ्तार किया था, जो फिलहाल जेल में है।
90 दिनों तलाश के बाद गिरफ्तारी में मिली सफलता
हरेन्द्र मसीह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पिछले 90 दिनों से सक्रिय थी। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए धारा 82 और धारा 83 के तहत भी कार्रवाई की थी। आखिरकार, शुक्रवार को पुलिस ने जमीन कब्जाने के मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी, जिसमें मसीह का नाम भी शामिल किया गया। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने झांसी से लेकर दक्षिण भारत तक की लोकेशन पर निगरानी रखी थी।
फरारी के दौरान लगातार बदलता रहा ठिकाने
फरारी के दौरान हरेन्द्र मसीह की लोकेशन झांसी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, लखनऊ, गोरखपुर और कर्नाटक तक मिलती रही। पुलिस ने उसके परिजनों से भी पूछताछ की लेकिन कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली। इसके बावजूद पुलिस ने उसकी तलाश जारी रखी और आखिरकार उसे झांसी में पकड़ने में सफलता पाई।
डिजिटल ट्रैकिंग से बचने की कोशिश
हरेन्द्र मसीह ने फरारी के दौरान मोबाइल और दूसरे डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर दिया था। उसने अपने एटीएम और क्रेडिट कार्ड का भी इस्तेमाल बंद कर दिया था, जिससे पुलिस के लिए उसकी ट्रैकिंग बेहद मुश्किल हो गई थी। हालांकि, पुलिस ने सूझबूझ से उसका पीछा नहीं छोड़ा और आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया।
कोतवाली पुलिस करेगी रिमांड पर पूछताछ
अब, कोतवाली पुलिस की टीम हरेन्द्र मसीह को झांसी से कानपुर लाने के लिए रिमांड पर लेगी। पुलिस उसे वहां की कोर्ट में कानपुर के मामलों की जानकारी देकर बी वारंट पर कानपुर ला सकती है। उसकी गिरफ्तारी के बाद अब कानपुर पुलिस इस केस में आगे की कार्रवाई करेगी और सबूतों के आधार पर उसे सजा दिलाने की कोशिश करेगी।