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अयोध्या में निर्मित भव्य राम मंदिर के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अलग-अलग तीन मूर्तियां बनवाई थीं। शनिवार को दो मूर्तियां सिलेक्ट की गई हैं। गर्भगृह में रामलला की पुरानी मूर्ति भी स्थापित की जाए

लखनऊ। श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में बनाए गए दिव्य मंदिर का उद्धाटन 22 जनवरी को होना है। इसी दिन यहां रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह होगा। राम मंदिर के लिए कलाकारों से रामलला की तीन मूर्तियां बनवाई गई थीं। शनिवार को मंदिर के लिए दो मूर्तियों का चयन किया गया है। एक मूर्ति गर्भगृह में तो दूसरी मंदिर परिसर के अन्य हिस्से में स्थापित की जाएगी। सिलेक्ट की गईं मूर्तियों को 'अचल और उत्सव' मूर्ति का नाम दिया गया है।

 

इन्होंने बनाई रामलला की मूर्ति 
राममंदिर के ट्रस्टी युगपुरुष परमानंद ने बताया, भगवान की तीनों मूर्तियां शानदार और लाजवाब हैं। इन्हें देश के 3 प्रसिद्ध मूर्तिकारों ने आकार दिया है। तीनों मूर्तिकारों ने अपनी कलात्मक और रचनात्मक क्षमता का भरपूर उपयोग किया है। रामलला की पहली मूर्ति कर्नाटक के मूर्तिकार गणेश भट्ट, दूसरी मूर्ति राजस्थान के सत्यनारायण पांडे और तीसरी मूर्ति मैसूर के अरुण योगीराज ने बनाई है। 

गर्भगृह में होंगी रामलला की दो मूर्तियां 
श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या के नवनिर्मित मंदिर के गर्भगृह में रामलला की दो मूर्तियां स्थापित की जाएंगी। इनमें से एक मूर्ति हाल में तैयार कराई गईं तीन में एक मूर्ति शामिल है। इसके साथ गर्भगृह में रामलला की पूरानी मूर्ति भी स्थापित की जाएगी। रामजन्मभूमि में अब तक इसी मूर्ति की पूजा अर्चना की ज रही थी। इन मूर्तियों का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होना है। 

 

 

 

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