Ayodhya DM Nitish Kumar and Mahant Rajudas: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में गुरुवार रात हुई हॉट-टॉक के बाद डीएम डीएम नीतीश कुमार से हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी राजूदास के गनर हटा लिए। विवाद बीजीपी की समीक्षा बैठक के दौरान हुआ था, जिस पर राष्ट्रीय नेतृत्व ने स्थानीय यूनिट से रिपोर्ट तलब की है।
इस मामले में महंत राजू दास सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट किया है कि मेरे साथ कोई घटना होती है तो स्थानीय प्रशासन की पूरी जिम्मेदारी होगी। मामले में डीएम नीतीश कुमार ले सफाई दी है। मीडिया के सवाल पर उन्होंने कहा, राजूदास के खिलाफ आपराधिक रिकॉर्ड मिला है, जिसके बाद उनकी सुरक्षा वापस ली गई है।
यूं बढ़ा विवाद
हनुमान गढ़ी के महंत राजूदास ने बताया, गुरुवार रात 11 बजे सरयू अतिथि गृह में भाजपा की समीक्षा बैठक थी। इसमें योगी सरकार के दो मंत्री, विधायक, मेयर सहित अन्य भाजपा पदाधिकारी शामिल हुए। डीएम नितीश कुमार और एसएसपी राजकरण नैय्यर भी बैठक में शामिल हुए। राजू दास ने फीडबैक देते हुए अयोध्या की हार के लिए अफसरों को जिम्मेदार ठहराया। उन मानमानी व अभद्रता का आरोप लगाया। इस पर डीएम नाराज हो गए। दोनों में इसी बात को लेकर बहस होने लगी। डीएम ने उनके पास बैठने से इनकार करते हुए बैठक से उठ गए।
चुनाव परिणाम के बाद लगाए थे आरोप
राजू दास का आरोप है कि उनके सुरक्षा गार्ड को बैठक से ही वापस बुला लिया गया। राजूदास ने चुनाव परिणाम के बाद भी वीडियो जारी कर अफसरों पर गंभी आरोप लगाए थे। जिसे लेकर अफसर पहले से नाराज थे। राजूदास के पास तीन गनर थे। दो चुनाव बाद ही हटा लिए गए थे। अब एक गनर ही बचा था, गुरुवार को हाटटॉक के बाद उसे भी हटा लिया गया।
अयोध्या की आवाज नहीं दबने देंगे
राजू दास ने खुद को मोदी का सिपाही बताते हुए कहा, मोदी-योगी के लिए काम करते हैं तो लोगों को बुरा लगता है। अयोध्या की पीड़ा कहें अधिकारी बुरा मान जाते हैं, लेकिन हम जनता की आवाज नहीं बदने देंगे।
डीएम ने बताई वजह
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने कहा, सुरक्षा कमेटी में कई सदस्य होते हैं। जो समय-समय पर सुरक्षा उपलब्ध कराए जाने को लेकर समीक्षा करते हैं। हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास की सुरक्षा भी उसी कमेटी ने हटाई है। वह पिछले कुछ समय से अनर्गल बयानबाजी कर रहे थे। इनके खिलाफ कई मुकदमे भी दर्ज हैं।