Lucknow Crime News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में व्यापारी से मारपीट व लूट का मामला सामने आया है। वारदात किसी अपराधी नहीं, बल्कि सुरक्षा की गारंटी देने वाली यूपी पुलिस के जवानों ने किया है। उन पर रंगदारी मांगने और मना करने पर चौकी में बंद कर पिटाई करने का अरोप है।
रेत कारोबारी ओमजी तिवारी ने बताया कि टीपी नगर चौकी में उनसे मारपीट की गई है। बाद में जेल भेजने की धमकी देकर 50 हजार रुपए वसूले गए। मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिसकर्मी व्यवसायी को कॉल कर मान मनौव्वल करने लगे।
मुख्यमंत्री से गुहार
पुलिसकर्मियों का व्यापारियों से बातचीत यह आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ओमजी तिवारी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई है। इसके लिए उन्हें प्रार्थना पत्र भी भेजा है।
सिपाही शिवानंद निलंबित
पुलिस उपायुक्त दक्षिणी तेज प्रताप सिंह ने आरोपी सिपाही शिवानंद को शुक्रवार रात निलंबित कर दिया। साथ ही अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका जांचने एसीपी कृष्णानगर विनय द्विवेदी को निर्देशित किया है।
मुरुम और बालू का कारोबार
व्यवसायी ओमजी तिवारी ने बताया, वह पारा प्रगति विहार के रहने वाले हैं। मुरुम और बालू का कारोबार करते हैं। गुरुवार तड़के 5 बजे मंडी गए थे। वहां नौ नंबर की पार्किंग में मुरुम लोड ट्रक के पास खड़े थे। तभी दारोगा अनुज, सिपाही शिवानंद सहित तीन अन्य सिपाही पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए चौकी ले गए। वहां जमीन पर बैठाकर लात-घूसों से पिटाई की।
एक लाख की डिमांड
ओमजी ने बताया, पुलिसकर्मी उससे धंधा करने के बदले एक लाख रुपए की मांग कर रहे थे। न देने पर गांजा और स्मैक तस्करी में जेल भेजने की धमकी देने लगे। 50 हजार लेने के बाद उन्होंने किसी तरह छोड़ा। चौकी से छूटने के बाद पीड़ित ने परिचितों को जानकारी दी। जिसके बाद सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होने लगा।
पुलिस से बातीचीत का आडियो वायरल
पुलिस कर्मियों की यह हरकत जब सोशल मीडिया में वायरल हुई तो वह ओमजी को फोन कर समझौते का दबाव बनाने लगे। मौर्या समाज के एक व्यक्ति से फोन कराकर रुपए वापस दिलाने की बात करने लगे। मौर्या और पुलिस की बातचीत का आडियो भी वायरल हो रहा है।