लखनऊ। उत्तरप्रदेश के कानपुर IIT में एमटेक स्टूडेंट विकास मीना ने आत्महत्या कर ली थी। छात्र के कमरे से सुसाइड नोट मिला है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता है। एक पन्ने के सुसाइड नोट में छात्र ने लिखा है कि उसने फेल होने और संस्थान से टर्मिनेट करने पर खुदकुशी की है। IIT प्रशासन ने सुसाइड नोट को छिपाने का प्रयास किया लेकिन छात्र के कमरे से बरामद हुए सुसाइड नोट से छात्र की मौत का खुलासा हुआ। बता दें कि मृतक छात्र विकास मेरठ के कंकरखेड़ा का रहने वाला था। वह आईआईटी से एयरोस्पेस ब्रांच से एमटेक सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था। विकास ने बुधवार शाम हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी की थी। मामले में कोई भी स्टूडेंट बोलने को तैयार नहीं है।
सुसाइड नोट: न मैं अच्छा बेटा बन पाया न स्टूडेंट
मैंने ट्राई किया पर मेरे से नहीं हो पाया। इस ऐज में मुझे घर वालों को सपोर्ट करने लायक हो जाना चाहिए था, पर अब भी मैं अपने घर वालों के पैसों पर पल रहा हूं। सॉरी आप सबका ट्रस्ट तोड़ने के लिए मैं सिर्फ फेल्योर हूं, उससे ज्यादा कुछ नहीं। न मैं अच्छा बेटा बन पाया न स्टूडेंट। मैं काफी टाइम से जॉब को लेकर डिप्रेशन में चल रहा था इसलिए मैं अपने काम पर फोकस नहीं कर पा रहा था। मां अपना ध्यान रखना और पापा का भी। यह लिखकर छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फंदा लगा लिया। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
अब छात्रों ने नियमित काउंसलिंग कराने का लिया फैसला
IIT कानपुर में पांच साल में तीन छात्र खुदकुशी कर चुके है। छात्रों की खुदकुशी के मामले ने प्रबंधन को भी सांसत में डाल दिया है। अब आईआईटी ने छात्रों की नियमित काउंसलिंग कराने का फैसला लिया है। इसके लिए छह और नए काउंसलरों की नियुक्ति की जाएगी। छात्रों की मनोदशा को समझने के लिए लगातार उनसे बातचीत की जाएगी। काउंसलर छात्रों के कमरे में जाकर उनका हाल-चाल जानेंगे। यह प्रक्रिया सप्ताह के सातों दिन चलेगी। काउंसलर 24 घंटे छात्रों के लिए उपलब्ध रहेंगे।