लखनऊ। बरेली में रात को कमरे में हीटर लगाकर पति-पत्नी और तीन बच्चे सो गए। सुबह जिंदा जलने से पांचों की मौत हो गई। धुआं उठता देखकर पड़ोसियों ने पुलिस को बुलाया। दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर पहुंची तो सभी मृतकों के चेहरा काले पड़े मिले। कपड़े जलकर शरीर से चिपक गए थे। बेड भी जले मिले। पुलिस को आशंका है कि शॉर्ट सर्किट से घर में आग लगी है। परिवार सो रहा था ऐसे में शायद उन्हें जब तक पता चला तब तक आग बेकाबू हो चुकी थी और कोई बाहर नहीं निकल पाया। पुलिस सभी पहलुओं से जांच पड़ताल कर रही है।
आग लगी तो कोई भाग भी नहीं पाया
पुलिस ने बताया कि ठंड से बचने के लिए कमरे में हीटर लगाकर अजय गुप्ता, उनकी पत्नी अनिता और बच्चे दिव्यांश (9), दिव्यांग्या (6 ) और छोटा बेटा दक्ष (3) रात को सो गए थे। पड़ोस के रहने वाले युवक ने देखा, तो दरवाजा बंद था। घर से धुआं उठ रहा था। इसके बाद उसने आस-पास के लोगों को इसके बारे में बताया। देखते ही देखते आस-पास के लोगों को भीड़ जुट गई। फिर पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर सभी को बाहर निकाला गया। फोरेंसिक टीम को मृतक अजय गुप्ता, उसकी पत्नी और बच्चों के शव दरवाजे के पास नहीं मिले हैं। इससे पुलिस और फोरेंसिक टीम मान रही है कि आग लगने पर भागने का प्रयास या दरवाजा खोलने का प्रयास नहीं किया।
कमरे में दो लोहे के हीटर बोर्ड से लगे मिले
जानकारी के मुताबिक, रात में खाना खाकर परिवार सो गया था। पड़ोसियों को आग लगने की भनक तक नहीं मिली। न किसी के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। सुबह धुआं दिखा तो लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस के मुताबिक, अजय गुप्ता के मकान में 2 कमरे हैं। जिस कमरे में परिवार सोया था। उस कमरे में दो लोहे के हीटर बिजली के बोर्ड में लगे मिले। कमरे का लकड़ी का दरवाजा है। कमरे के दरवाजे में ताला बाहर से लगा मिला है। ताला किसने लगाया? इसकी भी जांच की जा रही है। फिलहाल शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।