Iqbal Ansari Welcomes Ram Temple Construction: अयोध्या में बाबरी मस्जिद-श्रीराम जन्मभूमि विवाद मामले के पूर्व वादी वकील इकबाल अंसारी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर अपनी सकारात्मक भावनाएं व्यक्त की हैं। साथ ही हिंदू-मुसलमानों की राजनीति करने वालों को नसीहत भी दी है। अंसारी ने देश भर के मुसलमानों के बीच सुप्रीम कोर्ट के फैसले की एकता और स्वीकार्यता का जिक्र करते हुए इस बात पर जोर दिया कि हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विवाद समाप्त हो गया है।
खत्म हो चुका है जमीन विवाद
इकबाल अंसारी ने कहा कि जहां तक राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद का सवाल है, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया। पूरे देश के मुसलमानों ने इसका स्वागत किया। कोई विरोध प्रदर्शन या कुछ भी नहीं हुआ। यह आस्था की बात है और यह अच्छी बात है कि मंदिर का निर्माण हो रहा है। मुसलमानों को इससे कोई विरोध नहीं है।
अयोध्या आस्था की भूमि है। यहां सभी धर्मों के लोग रहते हैं। 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन हो रहा है। इसमें सभी अतिथि, पीएम मोदी और सीएम योगी स्वागत है। हिंदू और मुसलमानों के बीच विवाद खत्म हो गया है। कुछ लोग कुछ बयान दे रहे हैं लेकिन उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। देश में 'सबका साथ, सबका विकास' होना चाहिए।
#WATCH | Former Litigant in Ayodhya land dispute case advocate Iqbal Ansari says, "As far as the Ram Temple and the Babari Masjid are concerned, the Supreme Court made a decision, the Muslims of the whole nation welcomed it. There were no protests or anything... It is about faith… pic.twitter.com/eVQetRN0QO
— ANI (@ANI) January 4, 2024
इकबाल अंसारी की बड़ी बातें
- अंसारी ने अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करते हुए कहा कि देश भर में मुसलमानों ने बिना किसी विरोध के फैसले का स्वागत किया।
- राम मंदिर के निर्माण को सकारात्मक रूप से देखा जाता है और इसे आस्था का मामला मानते हुए मुसलमानों को इसका कोई विरोध नहीं है।
- अयोध्या को आस्था की भूमि के रूप में वर्णित किया गया है, जहां सभी धर्मों के लोग एक साथ रहते हैं।
- अंसारी ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी समेत सभी मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए हिंदू और मुस्लिमों के बीच विवाद खत्म करने पर जोर दिया।
- कुछ व्यक्तियों द्वारा कुछ निश्चित बयान देने के बावजूद, अंसारी का सुझाव है कि वे व्यापक भावना का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।
- देश में सबका साथ, सबका विकास की भावना की वकालत करते हैं।
22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन
अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस दिन दोपहर में मृगशिरा नक्षत्र में रामलला की प्रतिमा को गर्भगृह में स्थापित करेंगे। इसको लेकर देश के तमाम लोगों को निमंत्रण भेजा गया है। लेकिन विपक्ष की कई पार्टियां इसे भाजपा का इवेंट बताकर हमला बोल रही हैं। निमंत्रण को लेकर भी राजनीति हावी है।