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UP News: कानपुर के पनकी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पनकी थाने में दर्ज एफआईआर में लिखा है कि ट्रेन हादसे की जगह पटरी पर 0.93 मीटर का पुरानी रेल का टुकड़ा मिला है, जिसमें फ्रेश हीटिंग के निशान पाए गए हैं। ये डिरेलमेंट रेल के टुकड़े थे।

UP News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में शनिवार को साबरमती ट्रेन हादसे का शिकार हो गई। यहां ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे। वहीं अब इस हादसे की वजह का पता चल गया है। ट्रेन हादसा पुरानी रेल के टुकड़े की वजह से हुआ है, जो पटरी पर रखा हुआ था।

वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस के 20 डिब्बे शनिवार को कानपुर में पटरी से उतर गए थे। हालांकि हादसे में किसी भी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई थी, लेकिन हादसे के पीछे रेलवे को साजिश की आशंका नजर आ रही थी।

पनकी थाने में एफआईआर दर्ज
इस मामले में रविवार को सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेल पथ जूही महेंद्र प्रताप सिंह सिसोदिया ने कानपुर के पनकी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पनकी थाने में दर्ज एफआईआर में लिखा है कि ट्रेन हादसे की जगह पटरी पर 0.93 मीटर का पुरानी रेल का टुकड़ा मिला है, जिसमें फ्रेश हीटिंग के निशान पाए गए हैं। ये डिरेलमेंट रेल के टुकड़े थे।

रेलवे ट्रैक पर दिखी थी भारी वस्तु
हादसे के फौरन बाद साबरमती ट्रेन के लोको पायलट एपी बुंदेला को रेलवे लाइन पर कुछ भारी वस्तु दिखी थी, जिसके बाद लोको पायलट ने फौरन ब्रेक लगाया था लेकिन ट्रैक पर पड़ी वस्तु लोको के कैटल से टकराई जिससे कैटल गार्ड मुड़ गया और लोको के आगे के व्हील और 20 बोगी पटरी से उतर गए। ये जानकारी लोको पायलट और गार्ड ने फौरन ही झांसी कंट्रोल रूम को दी। खास बात ये है कि साबरमती ट्रेन हादसे के पहले उसी रेलवे ट्रैक पर रात 1 बजकर 16 मिनट पर पटना-इंदौर एक्सप्रेस गुजरी थी।

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