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UP By-election 2024: UP में विधानसभा उपचुनाव का घमासान शुरू हो गया है। BJP ने सभी 9 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। सपा ने 7 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। सबसे दिलचस्प मुकाबला 'करहल' सीट पर है। दो पूर्व CM के दामादों के बीच युद्ध है।

UP By-election 2024: उत्तरप्रदेश में विधानसभा उपचुनाव का घमासान शुरू हो गया है। भाजपा ने सभी सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। सपा ने अभी 7 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। मैनपुरी की करहल सीट पर सबसे दिलचस्प मुकाबला है। BJP ने पूर्व CM मुलायम सिंह के दामाद अनुजेश यादव को टिकट दिया है। सपा ने बिहार के पूर्व CM लालू यादव के दामाद तेज प्रताप सिंह पर भरोसा जताया है। फूफा और भतीजे के बीच हो रहे सियासी युद्ध की चर्चा पूरे उत्तरप्रदेश में है। आइए जानते हैं बाकी सीटों पर दोनों पार्टियों ने किन नेताओं को मैदान में उतारा।

जानें कौन हैं अनुजेश सिंह 
मैनपुरी की करहल सीट पर भाजपा का मुकाबला सीधे सैफई परिवार से है। भाजपा ने मुलायम सिंह यादव के दामाद  (भतीजी संध्या यादव के पति) अनुजेश प्रताप यादव को उम्मीदवार बनाया है। अनुजेश सांसद धर्मेंद्र यादव के सगे बहनोई भी हैं। धर्मेंद्र यादव की बहन संध्या उर्फ बेबी यादव 2015 से 2020 तक मैनपुरी से जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। अनुजेश भी इसी कार्यकाल में फिरोजाबाद से जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं। 

लालू के दामाद से होगा घमासान 
फिरोजाबाद के गांव भारौल निवासी अनुजेश प्रताप यादव का मुकाबला सपा प्रत्याशी मुलायम सिंह यादव के पौत्र और लालू यादव के दामाद तेजप्रताप सिंह से है। सैफई परिवार और रिश्तेदार के बीच बड़ा घमासान होने वाला है। अनुजेश यादव की टिकट की घोषणा के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है।  

कौन हैं तेज प्रताप यादव 
तेज प्रताप सिंह यादव मुलायम सिंह यादव के बड़े भाई रतन सिंह के पोते हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चचेरे भाई स्वर्गीय रणवीर सिंह के बेटे हैं। डिंपल यादव तेज प्रताप सिंह की चाची हैं। डिंपल यादव फिलहाल मैनपुरी से सांसद हैं। तेज प्रताप 2014 से 2019 तक 16वीं लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं। तेज प्रताप सिंह की मां का नाम मृदुला यादव है। उनकी पत्नी का नाम राज लक्ष्मी यादव है। राज लक्ष्मी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी यादव की बेटी हैं। लालू प्रसाद यादव तेज प्रताप सिंह के ससुर हैं। 21 नवंबर 1987 को इटावा में जन्मे तेज प्रताप सिंह यादव ने 2004 में राजनीति में कदम रखा था।

इन सीटों पर इनके बीच सीधी टक्कर 

विधानसभा क्षेत्र भाजपा प्रत्याशी सपा प्रत्याशी
गाजियाबाद सदर  संजीव शर्मा राज जाटव 
कुंदरकी  रामवीर सिंह ठाकुर  --
खैर  सुरेंद्र दिलेर  डॉ चारू कैन 
फूलपुर  दीपक पटेल मुस्तफा सिद्दकी 
मझवां  सुचिस्मिता मौर्या  डॉ ज्योति बिंद 
करहल अनुजेश यादव  तेज प्रताप यादव
कटेहरी धर्मराज निषाद शोभावती वर्मा
सीसामऊ  सुरेश अवस्थी  नसीम सोलंकी 
मीरपुर  मिथलेश पाल  --

जानें कौन सी सीट क्यों हुई खाली?

  1. मैनपुरी की करहल सीट से अखिलेश यादव विधायक थे। अखिलेश 2024 में कन्नौज सीट से लोकसभा का चुनाव जीते और सांसद बन गए। अखिलेश के सांसद बनने से करहल सीट खाली हो हो गई। 
  2. अंबेडकरनगर की कटेहरी से लालजी वर्मा विधायक थे। अंबेडकर नगर से सांसद बनने के बाद सीट खाली हो गई। 
  3. मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से जियाउर रहमान बर्क विधायक थे। संभल से सांसदी का चुनाव जीतने के बाद सीट खाली हो गई। 
  4. अलीगढ़ की खैर सीट से अनूप वाल्मीकि सांसद थे। हाथरस से सांसद बनने के बाद सीट खाली हो गई।
  5. गाजियाबाद की सदर सीट से अतुल गर्ग विधायक थे। गाजियाबाद से सांसदी का चुनाव जीतने के बाद सीट खाली हो गई। 
  6. मुजफ्फरनगर की मीरापुर से चंदन चौहान विधायक थे। बिजनौर के सांसद बनने के बाद सीट खाली हो गई। 
  7. प्रयागराज की फूलपुर सीट से प्रवीण पटेल विधायक थे। फूलपुर के सांसद बनने के बाद सीट खाली हो गई। 
  8. मिर्जापुर की मझवा सीट से विनोद कुमार बिंद विधायक थे। भदोही से सांसद बनने के बाद सीट खाली हुई।
  9. कानपुर की सीसामऊ से इरफान सोलंकी विधायक थे। इरफान सोलंकी को सात साल की जेल  हुई तो सीट खाली हो गई। अब इस सीट से इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी चुनाव लड़ेंगी।  
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