UP Board exam: उत्तर प्रदेश की बोर्ड परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यूपी एसटीएफ ने आजमगढ़ से इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य और जनसेवा केंद्र के संचालक सहित 4 साल्वरों को पकड़ा है। साल्वर परीक्षा केंद्र से 100 मीटर दूर स्थित मकान में प्रश्न पत्र हल कर थे। पंडित कामता प्रसाद इंटर कॉलेज में नकल कराने के बदले परीक्षार्थियों से 50 हजार तक वसूले गए हैं।
पुलिस के मुताबिक, परीक्षार्थी अनिल कुमार पुत्र संतलाल निवासी भैसकुर कॉपी लिए केंद्र में बैठा था। एक घंटा बाद भी उसने जब कॉपी में कुछ नहीं लिखा। जांच में पता चला कि यह डुप्लीकेट कॉपी लेकर केंद्र में बैठा था, केंद्र से 100 मीटर दूर एक मकान में राजू सरोज और संजय सरोज उसकी मेन कॉपी लिख रहे हैं। विशाल राय उर्फ शोले और निलेश तिवारी उर्फ छोटू भी स्कूल से बाहर कॉपी ले जाकर सॉल्वर से लिखवा रहे थे।
गंभीरपुर क्षेत्र में स्थित है कॉलेज
पुलिस ने बताया, पंडित कामता प्रसाद इंटर कॉलेज गंभीरपुर थाना क्षेत्र के ठेकमा मुड़हर गांव में स्थित है। गुरुवार शाम यहां फिजिक्स का पेपर चल रहा था, तभी SSP हेमराज मीणा को किसी ने कॉल कर नकल की जानकारी दी।
STF टीम के पहुंचते ही हड़कंप
यूपी एसटीएफ के निरीक्षक पुनीत परिहार और अनिल सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम पहुंची तो हड़कंप मच गया। टीम में विद्यालय निरीक्षक उपेंद्र कुमार, सेक्टर मजिस्ट्रेट हरिशंकर दूबे और थानाध्यक्ष बसंतलाल भी शामिल थे।
इनकी भूमिका भी संदिग्ध
कामता प्रसाद इंटर कॉलेज में नकल के इस खेल में प्रधानाचार्य और जन सेवा केंद्र के संचालक धर्मलेश सरोज की भी भूमिका संदिग्ध मिली है। धर्मलेश परीक्षार्थियों के आधार कार्ड में साल्वरों की फोटो लगाकर नया आधार कार्ड बना देता था। जबकि, इंटर कॉलेज के प्रबंधक विजय तिवारी और उनकी पत्नी बबिता तिवारी (प्रधानाचार्य) रुपए लेकर नकल कराने में मदद करते थे। उन्होंने प्रति परीक्षार्थी 20000 से 50 हजार रुपए तक वसूले हैं।
लूट और हत्या के प्रयास का केस
पंडित कामता प्रसाद इंटर कॉलेज का प्रबंधक विजय तिवारी हिस्ट्रीशीटर हैं। उनके खिलाफ 1998 में जौनपुर के लाइन बाजार में लूट और हत्या के प्रयास का केस दर्ज है। जौनपुर पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। छापेमारी के बाद से वह फरार हैं। एसटीएफ ने छह आरोपियों के खिलाफ गंभीरपुर थाने में केस दर्ज किया है।