Who is Sri Om Bharati?: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान राम के भव्य मंदिर का उद्घाटन होना है। 16 जनवरी यानी मंगलवार को धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। इस समारोह के लिए 11 हजार लोगों को निमंत्रण दिया गया है। आमंत्रित लोगों में से एक श्रीओम भारती भी हैं। उन्हें श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने निमंत्रण दिया है।
150 कारसेवकों ने ली थी शरण
श्रीओम भारती अयोध्या की रहने वाली हैं। साथ ही 1990 में अयोध्या में कारसेवकों पर हुई गोलीबारी की चश्मदीद भी हैं। ANI से बातचीत में उन्होंने बताया कि 30 अक्टूबर को विवादित ढांचा ढहाया गया। उसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह ने गोली चलाने का आदेश दिया था। तब विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंघल, कोठारी बंधु राम और शरद समेत 150 कारसेवकों ने उनके यहां शरण ली थी।
#WATCH | Ayodhya, Uttar Pradesh: Sri Om Bharati, an eyewitness of the 1990 firing on karsevaks, who also sheltered Kothari brothers, former VHP President Ashok Singhal and around 125 other karsevaks at her place, recalls how Kothari brothers were shot in the firing pic.twitter.com/Kkbjmc2x1u
— ANI (@ANI) January 15, 2024
दरवाजे को तोड़कर फोर्स घर के भीतर आई
ओम भारती कहती हैं कि वे घर के तीन कमरों में कारसेवक शरण लिए हुए थे। कारसेवक राम और शरद कोठारी अन्य कारसेवकों के साथ एक कमरे में थे। लेकिन फोर्स को इस बात का पता चल गया था। दरवाजे को तोड़कर फोर्स घर के भीतर आ गई। खिड़की तोड़ दी गई थी। उस वक्त 125 कारसेवक जीवित बच पाए थे।
कभी मुलायम को नहीं मिलेगी शांति
तत्कालीन सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए श्रीओम भारती कहती हैं कि जिस तरह से कंस ने उग्रसेन का ताज छीना था, वैसे ही समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव की कुर्सी छीन ली। अभी भी उनको शांति नहीं मिलेगी। कारसेवकों का उन्हें श्राप है। सिर्फ मुस्लिमों के वोट के लिए मुलायम सिंह यादव ने गोली चलवाई थी। कारसेवक शांति से श्रीराम जय राम का जाप कर रहे थे, वे हटना नहीं चाहते थे।