Registration Friend in UP: उत्तर प्रदेश में रजिस्ट्री और प्रापर्टी संबंधी दस्तावेज तैयार करने की प्रक्रिया आसान करने बड़ी संख्या में निबंधन मित्रों की नियुक्ति होगी। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। निबंधन मित्रों को जरूरी प्रशिक्षण देकर यूनिक आईडी और लाइसेंस जारी किए जाएंगे। जिससे वह रजिस्टरी करा सकेंगे। हर रजिस्ट्री की एक शुल्क तय होगी।
यूपी में करीब 20 हजार निबंधन मित्र नियुक्त किए जाने हैं। इसमें महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। एक रजिस्ट्री पेपर पर न्यूनतम दो हजार रुपए शुल्क मिलेगी, लेकिन गलत डीड के लिए जवाबदेही भी की गई है।
निबंधन मित्र के जरूरी पात्रता-शर्तें
निबंधन मित्र के लिए कुछ पात्रता शर्तें रखी गईं हैं। इसके लिए आवेदक को कम से कम ग्रेजुएट होना चाहिए। उस पर आपराधिक मुकदमा दर्ज न हो। सरकार प्रशिक्षण के बाद यूनिक आईडी और लाइसेंस नंबर जारी होगा। जिसे सुरक्षित रखने साल में कम से कम 5 रजिस्ट्रियां करानी अनिवार्य होंगी। रजिस्ट्री डीड बनाने का अधिकार अधिवक्ता और डीड राइटर के पास भी होगा। खुद भी डीड तैयार कर सकते हैं।
निबंधन मित्रों को होगी इतनी आय
- निबंधन मित्र डीड तैयार करने की शुल्क रजिस्ट्री वैल्यू का एक फीसदी या दो हजार (जो कम हो) चार्ज कर सकेगा। 50 रुपए प्रति दस्तावेज की जांच शुल्क तय की गई है।
- उत्तर प्रदेश में हर साल करीब 38 लाख स्टांप पंजीयन होते हैं। इनमें से करीब आधी डीड तैयार की जाती हैं। हैं। अनुमान है कि निबंधन मित्र की न्यूनतम सालाना आय 3 लाख के करीब होगी। इसके लिए उन्हें कचहरी में ऑफिस लेने की जरूरत नहीं है। घर से ही काम कर सकेंगे। पढ़ी लिखी महिलाएं घर बैठे यह काम कर सकेंगी।
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निबंधन मित्र की जवाबदेही तय
सरकार ने निबंधन मित्रों की जवाबदेही भी तय की है। रजिस्ट्री से पहले उन्हें प्रापर्टी का भौतिक सत्यापन करना होगा। साल में 5 गलत डीड मिलने पर उसे नोटिस जारी कर जवाब तलब किया जाएगा। आईजी स्टाम्प के समक्ष जवाब देना होगा।