Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत में मतदान को बढ़ाने के लिए मिलने वाली आर्थिक मदद (American funding in Indian Elections) पर सवाल उठाए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने बुधवार (19 फरवरी) को मीडिया से बातचीत में कहा कि हम भारत को 21 मिलियन डॉलर (182 करोड़ रुपए) क्यों दे रहे हैं। उनके पास बहुत पैसा है। भारत दुनिया में सबसे ज़्यादा टैक्स लगाने वाले देशों में से एक है। हम मुश्किल से वहां पहुंच सकते हैं क्योंकि उनके टैरिफ़ बहुत ऊंचे हैं।
वोटर टर्नआउट के लिए 21 मिलियन डॉलर क्यों देना?
बता दें कि ट्रम्प के सहयोगी इलॉन मस्क के नेतृत्व वाले डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DoGE) ने शनिवार को बड़ा फैसला लिया था। मस्क ने भारत में मतदान को बढ़ाने के लिए मिलने वाली 182 करोड़ की फंडिंग रद्द कर दी। इस पर बुधवार को ट्रम्प ने प्रतिक्रिया दी है। ट्रम्प ने कहा-मैं भारत और उनके प्रधानमंत्री का बहुत सम्मान करता हूं लेकिन वोटर टर्नआउट के लिए 21 मिलियन डॉलर क्यों देना?
अब भारत को नहीं मिलेगी फंडिंग
अमेरिका भारत में चुनावों के दौरान मतदाता भागीदारी बढ़ाने के लिए दो करोड़ डॉलर देता था। लेकिन अब भारतीय चुनाव में अमेरिका से मिलने वाली फंडिंग भारत को नहीं मिलेगी। ट्रम्प कई बार भारत के बढ़े हुए टैरिफ को लेकर बयान दे चुके हैं। ट्रम्प कहा चुके हैं भारत सबसे अधिक टैरिफ लेने वाले देशों में शामिल है।
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15 तरह के प्रोग्राम्स की फंडिंग रद्द
DOGE ने शनिवार को 15 तरह के प्रोग्राम्स की फंडिंग रद्द की गई है। इस फंड में भारत की हिस्सेदारी 182 करोड़ रुपए की है। इसमें बांग्लादेश को मिलने वाली 251 करोड़ रुपए की फंडिंग भी शामिल है। यह फंड बांग्लादेश में राजनीतिक माहौल को मजबूत करने के लिए दिया जा रहा था।
क्या है DOGE?
नवंबर में चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने DoGE नाम से एक नया विभाग बनाने का ऐलान किया था। यह विभाग अमेरिका सरकार को बाहर से सलाह देगा। डोनाल्ड ट्रम्प ने DOGE की कमान इलॉन मस्क और भारतवंशी बिजनेसमैन विवेक रामास्वामी को सौंपी थी। बाद में विवेक रामास्वामी को हटा दिया गया। इलॉन मस्क DOGE के हेड हैं। DOGE का पूरा नाम डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी है। DOGE का काम अमेरिका सरकार का सालाना खर्च एक तिहाई तक कम करना है।