Baby saved from Palestinian dead mother: इजराइल और हमास के बीच 7 महीने से जंग जारी है। इजराइली हमलों में गाजा पट्टी कब्रिस्तान में तब्दील हो चुकी है। लेकिन इस कब्रिस्तान में भी एक चमत्कार हुआ है। रफाह में रविवार पूरी रात इजराइल ने बमबारी की। इस दौरान दो घरों पर गिरे बम की चपेट में आकर एक ही परिवार के 13 बच्चे मारे गए। साथ ही एक गर्भवती फिलिस्तीनी महिला भी अपने पति और बेटी के साथ मारी गई। इस मुश्किल हालात में कुछ लोग मददगार बनकर आए। आनन-फानन में डॉक्टरों ने सी सेक्शन के जरिए महिला की कोख में पल रही बच्ची को बचा लिया।
30 हफ्ते की गर्भवती थी महिला
बच्ची को अस्पताल में रखा गया है। उसके रोने की आवाज सुनकर डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ के चेहरे पर सुकून है। बच्ची की देखभाल कर रहे डॉक्टर मोहम्मद सलामा ने कहा कि नवजात का वजन 1.4 किलोग्राम है। उसकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। मौत के वक्त महिला सबरीन अल-सकानी 30 सप्ताह की गर्भवती थीं। बच्ची को राफा अस्पताल में एक अन्य शिशु के साथ इनक्यूबेटर में रखा गया है। उसे 'शहीद सबरीन अल-सकानी का बच्चा' नाम दिया गया है।
बहन नाम रखना चाहती थी रूह
सकानी की छोटी बेटी मलक भी हमले में मारी गई। चाचा रामी अल शेख ने बताया कि मलक अपनी बहन का नाम रूह रखना चाहती थी। जिसका अरबी में अर्थ आत्मा होता है। छोटी बच्ची मलक खुश थी कि उसकी बहन दुनिया में आ रही है।
डॉक्टर सलामा ने कहा कि बच्ची को तीन से चार सप्ताह तक अस्पताल में रखना होगा। इसके बाद हम उसे डिस्चार्ज करने के बारे में सोचेंगे। उसके बाद तय होगा कि यह बच्ची कहां जाएगी? परिवार के पास चाची या चाचा या दादा-दादी के पास रहेगी। यहां सबसे बड़ी त्रासदी है। अगर यह बच्ची बच भी गई तो वह अनाथ पैदा हुई है।
मेरी पूरी पहचान मिटा दी गई, रोते हुए शख्स ने बयां किया दर्द
अब्देल अल परिवार के दूसरे घर पर हुए हमले में 13 बच्चे मारे गए। उस हमले में दो महिलाएं भी मारी गईं। अब्देल ने कहा कि क्या तुमने मारे गए सभी लोगों में एक भी आदमी देखा? मरने वालों में सभी महिलाएं और बच्चे हैं। मेरी पत्नी, बच्चों और बाकी सभी लोगों के साथ मेरी पूरी पहचान मिटा दी गई है। मोहम्मद अल-बेहैरी ने कहा कि उनकी बेटी और पोता अभी भी मलबे में हैं। अब हमारे पास इस जीवन में रोने के लिए कुछ भी नहीं बचा है।
सात महीने की जंग में गाजा पूरी तरह बर्बाद हो गया है। यहां रहने वाले 2.3 मिलियन लोगों में से आधे से अधिक लोग इजरायली हमले से बचने के लिए रफाह में शरण ली है।
A baby girl was delivered posthumously after her pregnant Palestinian mother Sabreen Al-Sakani, her father and her older sister were all killed by an Israeli attack in #Gaza’s #Rafah #GazaGenocides #IsraeliNewNazism pic.twitter.com/tU3cRA1Aon
— Palestine Info Center (@palinfoen) April 21, 2024
अब तक 34 हजार से ज्यादा की मौत
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल पर हमला किया था। जिसमें 1200 लोगों की मौत हुई थी। जबकि हमास के लड़ाकों ने 253 लोगों का अपहरण कर लिया था। इसके बाद इजराइल ने पलटवार किया। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायल के हमले में 34,000 से अधिक लोग मारे गए हैं।
रविवार को जारी नए आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में गाजा पट्टी पर इजरायली सैन्य हमलों में 48 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और 79 अन्य घायल हो गए। एक इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि गाजा में सैन्य ठिकानों, लॉन्च चौकियों और सशस्त्र लोगों सहित विभिन्न आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया गया।