Justin Trudeau: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार (6 जनवरी) को लिबरल पार्टी के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी के भीतर उनपर पद छोड़ने का दबाव था। जस्टिन ट्रूडो ने पद छोड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि एक बार नया नेता चुने जाने के बाद वह प्रधानमंत्री पद से भी इस्तीफा दे देंगे।
ट्रूडो ने क्या कहा?
पार्टी नेता से इस्तीफा देने की घोषणा के बाद ट्रूडो ने कहा, ''मैं पार्टी नेता और प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देने का इरादा रखता हूं, जब पार्टी एक मजबूत, राष्ट्रव्यापी, प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया के माध्यम से अपने अगले नेता का चयन करेगी। कल रात, मैंने लिबरल पार्टी के अध्यक्ष से उस प्रक्रिया को शुरू करने के लिए कहा।"
पांच महीने पहले ट्रूडो के खिलाफ लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव
ट्रूडो बीते पांच महीनों से अपनी पार्टी के नेता और मुख्य विपक्षी पार्टी कंजर्वेटिव से विरोध का सामना कर रहे हैं। बता दें कि सितंबर, 2024 में कनाडा की संसद में ट्रूडो के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाया गया था। हालांकि, यह अविश्वास प्रस्ताव सफल नहीं रहा और ट्रूडो अपनी सरकार बचाने में कामयाब रहे। लेकिन ट्रूडो का विरोध कम नहीं हुआ और दिसंबर में ट्रूडो की बेहद खास माने जाने वाली वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। फ्रीलैंड ने ट्रूडो पर गंभीर आरोप लगाए थे।
आखिर क्यों हो रहा ट्रूडो का विरोध?
जस्टिन ट्रूडो अपने ही पार्टी के नेताओं से विरोध का सामना करने की दो बड़ी वजहें हैं। पहला, ट्रूडो की लिबरल पार्टी को हाल ही में हुए मॉन्ट्रियल उपचुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में ब्लॉक क्यूबेकोइस पार्टी ने जीत हासिल की, जिससे ट्रूडो की पार्टी को एक बड़ा झटका लगा।
दूसरी सबसे बड़ी वजह है, ट्रूडो की लोकप्रियता में गिरावट आना। देश के कई चुनावी सर्वे की रिपोर्ट में यह सामने आया है कि अगर आज चुनाव होते हैं, तो ट्रूडो की लिबरल पार्टी मुख्य विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के हाथों सत्ता से बाहर हो सकती है।