Chinese Embassy on US: संयुक्त राज्य अमेरिका में चीनी दूतावास ने यूएस को खुली चेतावनी दी है। कहा, चीन अमेरिका से हर स्तर पर निपटने को तैयार है। चाहे वह व्यापार हो, टैरिफ हो या फिर अन्य कोई युद्ध है।
चाइना एम्बेसी ने बुधवार (5 मार्च) को फेंटेनाइल मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, अगर अमेरिका वाकई इस मुद्दे को सुलझाना चाहता है, तो चीन से परामर्श करे और बराबरी का दर्जा दे। और यदि अमेरिका युद्ध चाहता है, हम उसके लिए भी तैयार हैं। चाहे वह टैरिफ युद्ध हो, व्यापार युद्ध हो या फिर कोई और युद्ध।
If the U.S. truly wants to solve the #fentanyl issue, then the right thing to do is to consult with China by treating each other as equals.
— Chinese Embassy in US (@ChineseEmbinUS) March 5, 2025
If war is what the U.S. wants, be it a tariff war, a trade war or any other type of war, we’re ready to fight till the end. https://t.co/crPhO02fFE
चीनी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका पर बोला
- चीनी विदेश मंत्रालय ने फेंटेनाइल मुद्दे को चीनी आयात पर अमेरिकी टैरिफ बढ़ाने के लिए तुच्छ बहाना बताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, फेंटेनाइल संकट के लिए कोई और नहीं, बल्कि अमेरिका ही जिम्मेदार है।
- मानवता और सद्भावना की भावना के चलते इस मुद्दे से निपटने के लिए चीन ने मजबूत कदम उठाए हैं, लेकिन अमेरिका ने हमारे प्रयासों की तारीफ करने की बजाय टैरिफ बढ़ाने जैसे दबाव बनाने और ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा है।
- चीनी विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा, अमेरिका मदद के लिए हमें दंडित करना चाहता है। जो समस्या का समाधान नहीं हो सकता। उसका यह कदम चीन के मादक द्रव्य विरोधी संवाद और सहयोग को कमजोर करेगा।
क्या है टैरिफ विवाद?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर लगने वाला टैरिफ 10 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया है। यूएस ने कनाडा और मैक्सिको पर भी 25 फीसदी तक टैरिफ लागू किए हैं। चीन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिका से इम्पोर्ट होने वाले कृषि उत्पादों पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। चीनी वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को सोयाबीन, मकई और डेयरी उत्पादों पर 10 से 15 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की बात कही है।