France President Macron Invited Republic day 2024: भारत ने 26 जनवरी 2024 को गणतंत्र दिवस समारोह (Republic Day celebrations 2024) के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को न्योता भेजा है। मैक्रों ने न्योता स्वीकार किया है या नहीं, इसकी अभी पुष्टि नहीं हो सकी है। यदि वे निमंत्रण स्वीकार करते हैं तो छठे फ्रांसीसी नेता होंगे जो भारत के रिपब्लिक डे परेड में शामिल होंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इमैनुएल की मुलाकात जुलाई में बैस्टिल डे परेड में हुई थी। पीएम मोदी ने फ्रांस के बैस्टिल डे समारोह में बतौर चीफ गेस्ट हिस्सा लिया था।
क्यों नहीं आए बाइडेन?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांसीसी राष्ट्रपति से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए निमंत्रण भेजा था। 12 दिसंबर को खबर मिली कि बाइडेन भारत के दौरे पर नहीं आएंगे। वे 26 जनवरी को काफी बिजी हैं। 26 जनवरी के आसपास क्वाड समिट की भी टाल दी गई। एएनआई के अनुसार, भारत ने क्वाड मीटिंग के लिए जो शेड्यूल बनाया था, उस पर बाकी देश एकमत नहीं थे। आखिरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा 2015 में बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए थे।
इमैनुएल मैक्रों के न्योते पर गए थे पीएम मोदी
भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मनाने के लिए पीएम मोदी ने फ्रांस का दौरा किया था। उस वक्त समारोह में 241 सदस्यीय भारतीय सेना ने हिस्सा लिया था। जिसका नेतृत्व पंजाब रेजिमेंट ने किया था। फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रॉन ने भी इस साल सितंबर में भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक भी हुई थी।
दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह की रिहर्सल शुरू हो गई है। Watch Video...
#WATCH | Rehearsals for the 26th January Republic Day parade have started on Delhi's Kartavya Path pic.twitter.com/RVsiINFb14
— ANI (@ANI) December 22, 2023
मैक्रों से पहले ये फ्रांसीसी नेता बने चीफ गेस्ट
यह छठी बार है, जब कोई फ्रांसीसी नेता राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। मैक्रों से पहले पूर्व फ्रांसीसी प्रधान मंत्री जैक्स शिराक 1976 और 1998 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे। वहीं, 1980 में पूर्व राष्ट्रपति वालेरी गिस्कार्ड डी-एस्टिंग, 2008 में निकोलस सरकोजी और 2016 में फ्रेंकोइस ओलांद मुख्य अतिथि थे। भारत और फ्रांस रक्षा, अंतरिक्ष, नागरिक परमाणु, व्यापार, निवेश, शिक्षा, संस्कृति और लोगों से लोगों के संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग करते हैं।