Ruchira Kamboj Reply To Pakistan: पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जो बार-बार दुनिया के सामने मुंह की खाता है, लेकिन सुधरता नहीं है। ताजा घटनाक्रम संयुक्त राष्ट्र का है। शांति की संस्कृति विषय पर आम सभा की बैठक हुई। बैठक में पाकिस्तानी राजदूत मुनीर अकरम ने भारत के खिलाफ बयानबाजी की और कश्मीर, नागरिकता (संशोधन) अधिनियम यानी सीएए और अयोध्या के राम मंदिर का मुद्दा उठा। इसका जवाब भारत की बेटी रुचिरा कंबोज ने दिया।
पड़ोसी मुल्क को पढ़ाया शिष्टाचार का पाठ
रुचिरा कंबोज ने कहा कि पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड सभी मामलों में खराब है। उन्होंने पड़ोसी मुल्क को शिष्टाचार का पाठ भी पढ़ाया। उन्होंने कहा कि इस सभा में हम इस चुनौतीपूर्ण समय के बीच शांति की संस्कृति विकसित करने की बात कर रहे हैं। हमारा ध्यान रचनात्मक बातचीत पर होना चाहिए। ऐसे में हमें एक प्रतिनिधिमंडल (पाकिस्तान) की टिप्पणियों को नजरअंदाज करना चाहिए। क्योंकि उनमें न केवल शिष्टाचार की कमी है, बल्कि उनकी विनाशकारी और हानिकारक प्रकृति के कारण हमारे सामूहिक प्रयासों में भी बाधा आती है।
कंबोज ने कहा कि हम चाहते हैं कि वह प्रतिनिधिमंडल सम्मान और कूटनीति के केंद्रीय सिद्धांतों के साथ जुड़ा रहे। क्या उस देश से यह पूछना बहुत ज्यादा है जो अपने आप में सभी पहलुओं पर सबसे संदिग्ध ट्रैक रिकॉर्ड रखता है? आतंकवाद शांति की संस्कृति के खिलाफ है और यह सभी धर्मों की मूल शिक्षाओं जैसे करुणा, समझ और सह-अस्तित्व के भी खिलाफ है।
"...The country’s myriad languages, dialects and cuisines, alongside its rich tapestry of races, colors and landscapes, contribute to the resilience and richness of our composite culture...": PR Ruchira Kamboj at UN General Assembly today on Agenda item: 'Culture of Peace'… pic.twitter.com/I1uHCool7D
— DD India (@DDIndialive) May 3, 2024
धार्मिक स्थलों पर दुनिया में बढ़ रहे हमले
कंबोज ने आगे कहा कि दुनिया को भू-राजनीतिक तनाव और असमान विकास से महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। धर्म या विश्वास के आधार पर बढ़ती असहिष्णुता, भेदभाव और हिंसा वास्तव में हमारे तत्काल ध्यान की मांग करती है। चर्चों, मठों, गुरुद्वारों, मस्जिदों, मंदिरों और आराधनालयों सहित पवित्र स्थलों पर बढ़ते हमलों से हम विशेष रूप से चिंतित हैं। ऐसे कृत्यों के लिए वैश्विक समुदाय से त्वरित और एकजुट प्रतिक्रिया की आवश्यकता है।
इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हमारी चर्चाएं राजनीतिक जरूरतों का विरोध करते हुए इन मुद्दों पर स्पष्टता से विचार करें। हमें इन चुनौतियों से सीधे निपटना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे हमारी नीति, संवाद और अंतरराष्ट्रीय जुड़ाव के केंद्र में हों।
भारत अहिंसा के सिद्धांत पर बना
कंबोज ने यूएनजीए बैठक में कहा कि महात्मा गांधी द्वारा प्रतिपादित अहिंसा का सिद्धांत शांति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का आधार बना हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत न केवल हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म और सिख धर्म का जन्मस्थान है। भारत इस्लाम, यहूदी धर्म, ईसाई धर्म और पारसी धर्म का गढ़ भी है। यह ऐतिहासिक रूप से सताए गए विश्वासों के लिए शरणस्थली रहा है, जो विविधता के लंबे समय से चले आ रहे अपने आलिंगन को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि भारत अपनी धार्मिक और भाषाई विविधता के साथ, भारत की सांस्कृतिक सहिष्णुता और सह-अस्तित्व का एक प्रमाण है। दिवाली, ईद, क्रिसमस और नौरोज जैसे त्यौहार धार्मिक सीमाओं से परे हैं, विभिन्न समुदायों के बीच साझा खुशियां मनाते हैं।