Giorgia Meloni on Islam: इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी का इस्लाम धर्म से जुड़ा एक बयान सुर्खियों में है। एक बड़ा वर्ग इसे इस्लाम धर्म के खिलाफ बता रहा है तो कुछ लोग इसका समर्थन भी कर रहे हैं। उनके बयान का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमें वह कह रही हैं- यूरोप में इस्लाम के लिए कोई जगह नहीं है।
बता दें कि प्रधानमंत्री मेलोनी हाल ही में सत्तारूढ़ दक्षिणपंथी ब्रदर्स ऑफ इटली पार्टी के एक कार्यक्रम में शामिल हुई थीं। रोम में हुए इस कार्यक्रम में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, टेस्ला के फाउंडर एलन मस्क समेत कई ग्लोबल लीडर्स ने हिस्सा लिया था।
🚨Watch: #GiorgiaMeloni: "I believe... there is a problem of compatibility between Islamic culture and the values and rights of our civilization... Will not allow Sharia law to be implemented in italy.... values of our civilization are different! pic.twitter.com/VGWNix7936
— Geopolitical Kid (@Geopoliticalkid) December 18, 2023
इस्लाम के लिए सऊदी अरब से फंडिंग: मेलोनी
प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी का यह बयान कार्यक्रम में शामिल होने के बाद आया। जिसमें वे कह रही हैं कि मुझे लगता है कि हमारी सभ्यता और मूल्यों के साथ इस्लामिक संस्कृति के तालमेल की बड़ी समस्या है। इटली में इस्लामिक सांस्कृतिक केंद्रों को सऊदी अरब से वित्तीय सहायता मिलती है, जहां शरिया कानून लागू है। इस्लामीकरण की प्रक्रिया हमारी सभ्यता और मूल्यों से बिल्कुल अलग हैं। इसलिए यूरोप में इस्लाम के लिए कोई जगह नहीं है।
क्या बोले ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक
अपने भाषण में ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने कहा कि वह शरणार्थी सिस्टम में ग्लोबल रिफॉर्म पर जोर देंगे। उन्होंने शरणार्थियों की बढ़ती संख्या पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह समस्या यूरोप के कुछ हिस्सों को प्रभावित करेगी। कुछ दुश्मन हमें अस्थिर करने के लिए साजिश के तहत हमारे तटों पर शरणार्थियों को लेकर पहुंच रहे हैं। अगर इससे जल्द नहीं निपटा गया तो अपने लोगों की मदद करने की हमारी क्षमता कम हो जाएगी। अगर इसके लिए हमें कानूनों में बदलाव करने की आवश्यकता है तो इसे जल्द निपटा देना चाहिए।
मस्क ने इटली की आबादी पर जताई चिंता
अमेरिकी उद्योपति एलन मस्क ने कार्यक्रम के दौरान वैश्विक नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि घटती जनसंख्या एक बड़ा मुद्दा है। इससे निपटने के लिए सिर्फ इमिग्रेशन काफी नहीं है। संस्कृतियों में नैतिक मूल्य समाहित होते हैं। इटली की जन्मदर निचले स्तर पर चल रही है और हम नहीं चाहते कि इटली एक संस्कृति के रूप में गायब हो जाए।