Israel-Hamas ceasefire: इजरायल और हमास के बीच रविवार (19 जनवरी) सुबह 8:30 बजे (स्थानीय समयानुसार) युद्धविराम समझौता लागू हो गया। यह 15 महीने से चले आ रहे भीषण संघर्ष के बाद एक महत्वपूर्ण कदम है। अमेरिका, कतर और मिस्र द्वारा मध्यस्थता किए गए इस समझौते के तहत दोनों पक्ष बंधकों और कैदियों को छोड़ेंगे।
इस समझौते के तहत, इजरायली सेना गाजा सीमा पर एक बफर जोन तक पीछे हटेगी। दूसरी ओर, हमास द्वारा बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों की रिहाई होगी, जिनमें सबसे छोटा बंधक 2 वर्षीय कफीर बिबास भी शामिल है। इसके बदले इसरायल 737 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा, जिनमें महिलाएं और बच्चे प्रमुख हैं।
पहला चरण 42 दिनों तक चलेगा
युद्धविराम का पहला चरण 42 दिनों तक चलेगा। इस दौरान स्थायी समाधान पर चर्चा की जाएगी। रविवार को तीन बंधकों की रिहाई के साथ इस प्रक्रिया की शुरुआत होगी। गाजा में मानवीय स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है, जहां हजारों लोगों की जान जा चुकी है।
BREAKING: President Biden explains the ceasefire and hostage release agreement between Israel and Hamas. The deal will go into effect January 19th. pic.twitter.com/rKLlbzuzU1
— MSNBC (@MSNBC) January 15, 2025
मानवीय संगठनों ने राहत सामग्री भेजने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। आने वाले दिनों में गाजा में सैकड़ों ट्रक आवश्यक सामान लेकर पहुंचेंगे। हालांकि, गाजा के निवासी अब भी अपने तबाह घरों में लौटने और पुनर्निर्माण की चुनौतियों से जूझ रहे हैं।
Israel has now offered a roadmap to an enduring ceasefire – and the release of all the hostages.
— President Biden (@POTUS) May 31, 2024
Yesterday, this proposal was transmitted by Qatar to Hamas.
Today, I want to lay out its terms for the world. pic.twitter.com/0cdypBP9wb
जरूरत पड़ने पर फिर करेंगे अटैक: बेंजामिन नेतन्याहू
यह सिजफायर आशा की किरण लेकर आया है, लेकिन इसकी स्थिरता और दीर्घकालिक प्रभाव को लेकर सवाल बने हुए हैं। क्योंकि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि जरूरत पड़ने पर सैन्य कार्रवाई फिर से शुरू की जा सकती है।