Japan Rocket Kairos Explodes: जापान के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को मायूसी हाथ लगी है। स्पेस वन द्वारा निर्मित कैरोस रॉकेट बुधवार को लॉन्चिंग के महज 5 सेकेंड बाद किसी बम की तरह फट गया। इसके बाद लॉन्चपैड एरिया में धुएं और आग का एक बड़ा बादल छा गया। इसका वीडियो भी सामने आया है। रॉकेट के जलते हुए मलबे को गिरते हुए देखा जा सकता है। स्पेस वन रॉकेट को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करने वाली पहली प्राइवेट कंपनी बनना चाहती थी। हवा में फटने वाला कैरोस साइज में छोटा, ठोस ईंधन वाला रॉकेट था।
रॉकेट की लंबाई 18 मीटर थी
कैरोस रॉकेट की लंबाई 18 मीटर यानी 59 फीट थी। स्थनीय समयानुसार, बुधवार सुबह 11:01 पर रॉकेट को लॉन्च किया गया। लेकिन तुरंत इसमें ब्लास्ट हो गया। स्पेस वन ने कहा कि पश्चिमी जापान में पहाड़ी किआई प्रायद्वीप पर लॉन्चिंग के बाद उड़ान बाधित हो गई थी। रॉकेट में ब्लास्ट क्यों हुआ, इसका पता अभी नहीं चल सका है। वैज्ञानिक कारणों का पता लगाने में जुट गए हैं।
JUST IN: Space One rocket in Japan explodes after takeoff during its “inaugural launch.”
— Collin Rugg (@CollinRugg) March 13, 2024
The Kairos rocket was attempting to make Space One the first Japanese company to put a satellite in orbit. (Reuters)
The 59 ft, four-stage solid-fuel rocket was launched from the Kii… pic.twitter.com/BJAAWXGsCy
खुफिया उपग्रहों को रीप्लेस करने में सक्षम था रॉकेट
स्थानीय वाकायामा सरकार के गवर्नर शुहेई किशिमोतो ने बताया कि लॉन्च पैड के पास कोई घायल नहीं हुआ और आग बुझा दी गई है। स्पेस वन ने कहा है कि लॉन्चिंग ऑटोमैटिक थी। इसके लिए ग्राउंड कंट्रोल सेंटर में लगभग एक दर्जन कर्मचारियों की आवश्यकता होती है। कैरोस एक एक्सपेरिमेंटल सरकारी सैटेलाइट लेकर गया था, जो कक्षा में खुफिया उपग्रहों के ऑफलाइन होने पर उन्हें अस्थायी रूप से रिप्लेस करने में सक्षम था।
पहले शनिवार को थी लॉन्चिंग
स्पेस वन ने शनिवार को ही कैरोस की लॉन्चिंग की योजना बनाई थी। लेकिन एक जहाज के पास के प्रतिबंधित समुद्री क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद इसे स्थगित कर दिया गया। हालांकि जापान अंतरिक्ष की दौड़ में अपेक्षाकृत छोटा खिलाड़ी है, लेकिन देश के रॉकेट डेवलपर अपनी सरकार और वैश्विक ग्राहकों से उपग्रह प्रक्षेपण की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए सस्ते वाहन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
क्या है स्पेसवन?
टोक्यो स्थित स्पेस वन की स्थापना 2018 में कैनन इलेक्ट्रॉनिक्स, आईएचआई की एयरोस्पेस इंजीनियरिंग इकाई, निर्माण फर्म शिमिज़ु और राज्य समर्थित डेवलपमेंट बैंक ऑफ जापान के एक संघ द्वारा की गई थी। इसमें जापान के दो सबसे बड़े बैंक मित्सुबिशी यूएफजे और मिजुहो के पास भी हिस्सेदारी है। बुधवार के असफल लॉन्च के बाद कैनन इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर 9 प्रतिशत से अधिक गिर गए, और IHI के शेयर 2 प्रतिशत तक गिर गए।
स्पेस वन घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों को अंतरिक्ष कूरियर सेवाएं देता है। इसके अध्यक्ष मासाकाज़ू टोयोडा ने कहा कि हमारा लक्ष्य 2020 के अंत तक प्रति वर्ष 20 रॉकेट लॉन्च करना है।