MDH Everest spices: हांगकांग ने मशहूर भारतीय मसाला ब्रांड एमडीएच प्राइवेट लिमिटेड की बिक्री पर रोक लगा दी है। साथ ही एवरेस्ट फ़ूड प्रोडक्ट्स प्रा.लिमिटेड के मसालों को भी बैन कर दिया है। यह एक्शन MDH और Everest मसाले (MDH Everest spices) में कथित तौर पर कार्सिनोजेनिक पेस्टिसाइड एथिलीन ऑक्साइड पाए जाने के बाद लिया गया है। पिछले हफ्ते सिंगापुर ने एवरेस्ट ब्रांड के मसालों की बिक्री पर रोक लगा दी थी। सिंगापुर के खाद्य सुरक्षा विभाग ने एवरेस्ट मसालों में तय लेवल से ज्यादा एथिलीन ऑक्साइड होने का दावा करते हुए यह कार्रवाई की थी।
दो ब्रांडों के तीन मसालों में मिला कीटनाशक
हांगकांग (Hong kong) विशेष प्रशासनिक क्षेत्र सरकार के सेंटर फॉर फूड सेफ्टी (CFS ) ने खुलासा किया है कि नियमित निगरानी कार्यक्रम के तहत इन मसालों की जांच की गई। इसमें एमडीएच और एवरेस्ट ब्रांड के तीन मसालों में एथिलीन ऑक्साइड (Ethylene Oxide) पाया गया है। इन मसालों में फिश करी मसाला (MDH Fish Curry Masala), मद्रास करी पावडर (mdh madras curry powder) और सांभर मसाला पावडर (Sambhar Masala Powder) शामिल हैं। सीएफएस ने इन मसानों का सैंपल शीम शा सूई (sim Sha Tsui) के तीन रिटेल आउटलेट से लिया था।
Below is the press release by Singapore Food Agency about Everest Masala & MDH Masala unfit for consumption. FDA India should study it immediately and ban it till detailed study is done & approved. @narendramodi @AmitShah @PMOIndia @HMOIndia pic.twitter.com/YzKmiLekzP
— Niraj (@NirajGunde) April 21, 2024
MDH और Everest मसाले को सेल्फ से हटाने का निर्देश
हांगकांग के खाद्य सुरक्षा केंद्र ने दुकानदारों से MDH और Everest मसाले (MDH Everest spices) की बिक्री तुरंत बंद करने का आदेश दिया है। साथ ही जिन प्रोडक्ट्स में कीटनाशक मिले हैं उन्हें सेल्फ से हटाने के लिए कहा है। हांगकांग ने दुकानदारों को इन उत्पादों को नहीं बेचने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। हांगकांग के साथ ही सिंगापुर (Singapore) सरकार ने भी लोगों की स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए MDH और एवरेस्ट के प्रोडक्ट्स को रिकॉल करने के लिए कहा है।
क्या होता है एथिलीन ऑक्साइड? (What is Ethylene Oxide?)
एथिलीन ऑक्साइड को इंटरनेशनल एजेंसी ऑफर रिसर्च एंड कैंसर (International Agency for Research on Cancer) ने ग्रुप 1 कार्सिनोजेन (Group 1 carcinogen) केमिकल की श्रेणी में रखा है। अगर इस केमिकल से युक्त मसालों का सेवन किया गया तो गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती है। यह केमिकल महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। साथ ही कई दूसरी बीमारियों का कारण भी बन सकता है।
पहले भी विदेशाें में बैन हो चुके हैं भारतीय मसाले
यह पहली बार नहीं है जब किसी भारतीय मसाला ब्रांड को विदेश में जांच का सामना करना पड़ा है। साल 2023 में अमेरिका के यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने Everest के कई खाद्य उत्पादों की बिक्री पर रोक लगा दी थी। एफडीए ने दावा किया था कि एवरेस्ट ब्रांड के कई उत्पादों में साल्मोनेला (Salmonella) नामक रसायन पाया गया है। इस रसायनिक तत्व से लोगों के स्वाथ्य पर खराब असर पड़ने की बात कहते हुए एवरेस्ट प्रोडक्ट्स को बैन कर दिया गया था।