Vladimir Putin invites PM Narendra Modi: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर रूस के दौरे पर हैं। बुधवार शाम उनकी मुलाकात मॉस्को में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से हुई। इस मुलाकात में पुतिन ने पीएम मोदी के साथ अपनी अटूट दोस्ती की दुहाई दी। साथ ही व्यापारिक साझेदारी के नए आयाम का बखान भी किया। रूसी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को रूस आने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपने दोस्त मोदी को देखकर खुशी होगी। जवाब में विदेश मंत्री ने विश्वास जताया कि अगले साल पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन शिखर सम्मेलन में मिलेंगे।
पुतिन बोले- मैं भी शांतिपूर्ण तरीके से हल चाहता हूं
राष्ट्रपति पुतिन ने जटिल वैश्विक मुद्दों पर काम करने की साझा प्रतिबद्धता को स्वीकार किया। उन्होंने यूक्रेन में संघर्ष सहित चुनौतीपूर्ण स्थितियों के प्रति प्रधान मंत्री मोदी की स्थिति और दृष्टिकोण के बारे में बात की। राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधान मंत्री मोदी को मौजूदा स्थिति के बारे में सूचित किया है और शांतिपूर्ण तरीकों के माध्यम से संघर्षों को हल करने के लिए मोदी के समर्पण का जिक्र भी किया। पुतिन ने कहा कि हम प्रधान मंत्री मोदी की स्थिति को जानते हैं। वे शांतिपूर्ण तरीके से यूक्रेन युद्ध की समस्या को हल करना चाहते हैं। मैं भी इस मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से समाधान करना चाहता हूं।
External Affairs Minister Dr S Jaishankar met Russian President Vladimir Putin in Moscow pic.twitter.com/aD7LCyjzDD
— ANI (@ANI) December 28, 2023
पुतिन ने मोदी को 2024 की शुभकामनाएं दी
पुतिन ने जयशंकर से कहा कि आप जब पीएम मोदी से मिलें तो उन्हें मेरी शुभकामनाएं दें। उन्हें यह भी बताएं कि हम रूस में उनका इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुझे पता है कि भारत में अगले साल व्यस्त राजनीतिक कार्यक्रम होगा, क्योंकि 2024 में लोकसभा चुनाव है। हम भारत में अपने दोस्तों की सफलता की कामना करते हैं।'
अब तक 21 बार हुए शिखर सम्मेलन
अब तक भारत और रूस में बारी-बारी से 21 वार्षिक शिखर सम्मेलन हो चुके हैं। पिछला शिखर सम्मेलन दिसंबर 2021 में नई दिल्ली में हुआ था। भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अगले साल रूस की यात्रा के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देश व्यापार में उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं और कारोबार 50 अरब डॉलर से अधिक हो गया है। डॉ. जयशंकर ने उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए रणनीतियों पर चर्चा करते हुए व्यापार संबंधों को अधिक टिकाऊ चरित्र देने की आवश्यकता व्यक्त की।
रूस से बढ़ा कच्चे तेल का आयात
यूक्रेन-रूस युद्ध मामले में भारत ने कभी रूस की निंदा नहीं की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बार-बार कहा कि कूटनीति और बातचीत के जरिए समस्या का हल होना चाहिए। भारत और रूस के बीच व्यापारिक साझेदारी साल दर साल बढ़ रही है। रूस से कच्चे तेल का आयात बढ़ रहा है।