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Cold Feet Symptoms: विंटर सीजन में पैरों का ठंडा हो जाना एक कॉमन समस्या रहती है। अगर पैर जरूरत से ज्यादा ठंडे रहते हैं तो ये 5 बीमारियों के संकेत भी हो सकते हैं।

Cold Feet Symptoms: सर्दियों के मौसम में पैरों का ठंडा होना एक कॉमन प्रॉब्लम होती है। ज्यादा देर तक पैर खुले रखने पर इनका ठंडा हो जाना आम बात है, लेकिन सामान्य स्थितियों में भी पैर अगर जरूरत से ज्यादा ठंडे रहते हैं तो फिर आपको अलर्ट होने की जरूरत है। कोल्ड फीट यानी पैरों का ज्यादा ठंडा हो जाना कई बीमारियों के संकेत भी हो सकते हैं। ऐसे में इस स्थिति को नज़रअंदाज़ करना भारी पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि आखिर पैरों के ज्यादा ठंडे रहने की क्या बड़ी वजहें हो सकती हैं। 

एनीमिया - एनीमिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में खून की कमी होने लगती है। बॉडी में पर्याप्त आयरन न होने पर सर्दियों में पैर जरूरत से ज्यादा ठंडे होने लगते हैं। विटामिन बी12 की कमी भी इसके पीछे की वजह हो सकती है। किडनी की गंभीर बीमारी की वजह से भी ऐसी स्थिति बनती है। 

डायबिटीज - ब्लड शुगर बढ़ने या घटने पर पैर ठंडे होने लगते हैं। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को ठंड के मौसम में ये दिक्कत झेलनी पड़ती है। आप भी अगर इसका सामना कर रहे हैं तो अपनी डायबिटीज का टेस्ट करा सकते हैं। 

स्ट्रेस - जिन लोगों को जल्दी तनाव हो जाता है उन्हें भी कोल्ड फीट की समस्या का सामना करना पड़ता है। तनाव, एंजायटी भी सर्दियों में इस परेशानी को काफी बढ़ा देती है। 

नर्व सिस्टम - कई लोगों के नर्वस सिस्टम में समस्या होती है। ये दिक्कत किसी हादसे की वजह से भी पैदा हो सकती है, जिसमें नर्व सिस्टम डैमेज हुआ हो। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है। 

ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत - विंटर में पैर अगर जरूरत से ज्यादा ठंडे रहते हैं तो इसके पीछे ब्लड सर्कुलेशन का ठीक न होना भी एक कारण हो सकता है। आप अगर काफी देर तक एक जगह पर बैठकर काम करते हैं तो इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होने लगता है और पैर ठंडे पड़ने लगते हैं। 

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

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