Parenting Tips: हर मां-बाप चाहते हैं कि उनके बच्चे का फ्यूचर अच्छा हो इसके लिए वे दिन-रात मेहनत करते हैं। ऐसा कोई भी पैरेंट नहीं होगा जो कि अपने बच्चों के बारे में बुरा सोचता हो, हालांकि अनजाने में ऐसी गलतियां हो सकती हैं जो बच्चों के भविष्य के लिए मुसीबत लेकर आ सकती है। दरअसल, कई बार मां-बाप की खराब हैबिट्स बच्चों के भविष्य को निखारने और संवारने के बजाय उनमें गलत आदतों की शुरुआत कर देती हैं जो कि भविष्य में बच्चों को काफी नुकसान पहुंचा सकती हैं।
इन आदतों में कर लें बदलाव
बात-बात पर न डाटें - आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई किसी न किसी वजह से तनाव में रहता है। ऑफिस का वर्कलोड या किसी अन्य कारण से आने वाला गुस्सा और नाराजगी कई अक्सर लोग बच्चों पर निकाल देते हैं। कई घरों में छोटी-छोटी बातों पर बच्चो को पेरेंट्स डांटते हैं। बात-बात पर मिलने वाली ये डांट बच्चों के दिलोदिमाग पर काफी खराब असर डालती है। ऐसे में बच्चे पेरेंट्स से कुछ भी शेयर करना बंद कर सकते हैं और खुद भी हमेशा के लिए गुस्सैल स्वभाव के हो सकते हैं।
गलत शब्दों का उपयोग - हर पैरेंट्स को इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि वे किसी भी वजह से बच्चों को या फिर उनके सामने गलत शब्दों का प्रयोग न करें। बच्चों को बुरा-भला कहना उनके आत्मविश्वास पर गहरा असर डाल सकता है और वे अपने आपको कमतर महसूस करने लगते हैं। ऐसी स्थिति में भविष्य में उनके लिए ये स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
दूसरे बच्चों से तुलना - अच्छी पैरेंटिंग की खासियत होती है कि उसमें अपने बच्चे की तुलना कभी किसी दूसरे बच्चे से नहीं की जाती है। दूसरे बच्चे से तुलना करने पर आपके बच्चे के मन पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। ज्यादातर ये प्रभाव नकारात्मक होता है और बच्चों के कॉन्फिडेंस को लो करते हैं। इसके बजाय बच्चों को छोटी-छोटी पर उत्साहित करने की कोशिश करें।
जिद्दी न बनाएं - आजकल घरों में एक या दो बच्चों का ही चलन हो गया है। ऐसे में ज्यादातर घरों में बच्चों को काफी लाड़ प्यार से पाला जाता है और उनकी हर बात को पूरा किया जाता है। ऐसी स्थिति में बच्चे गुजरते वक्त के साथ जिद्दी बन सकते हैं। ऐसे में बच्चों को चीजों और पैसे का महत्व समझाना भी काफी जरूरी है। इसके लिए उनकी हर एक बार को न मानें।
गैजेट्स - हम अपने आसपास आजकल इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से घिरे हुए हैं। मोबाइल, टीवी, लैपटॉप से लेकर ढेरों गैजेट्स इसमें शामिल हैं। इनके इस्तेमाल में बड़ों के साथ बच्चे भी आगे हैं। हालांकि बच्चों के लिए स्मार्टफोन जैसे गैजेट्स का ज्यादा इस्तेमाल हानिकारक हो सकता है। ये उनकी मेंटल हेल्थ को प्रभावित करता है और आंखों पर भी असर डालता है। अगर इन गैजेट्स की लत लग जाए तो ये बच्चों के लिए भविष्य में बड़ी परेशानी का सबब बन सकता है।