Bomb Threats to Flights: शनिवार (19 अक्टूबर) को इंडिगो और अकासा एयरलाइंस की 10 उड़ानों को बम धमकियों के बाद हवाई क्षेत्र में हड़कंप मच गया। इनमें से पांच उड़ानें इंडिगो और पांच अकासा एयरलाइंस की थीं। इस घटना से विमानन क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। इंडिगो और अकासा ने इस मामले में संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।
इंडिगो ने जारी की सुरक्षा को लेकर बयान
इंडिगो एयरलाइंस ने अपने दो प्रमुख फ्लाइट्स को लेकर बयान जारी किया। इंडिगो ने कहा कि मुंबई से इस्तांबुल जा रही फ्लाइट 6E 17 को बम धमकी मिली है। उन्होंने कहा, "हम अपने यात्रियों और क्रू की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं और संबंधित अधिकारियों के साथ सभी सावधानियां बरत रहे हैं।" इसी प्रकार दिल्ली से इस्तांबुल जा रही फ्लाइट 6E 11 के लिए भी सुरक्षा कदम उठाए गए हैं।
बम धमकी की लगातार घटनाएं
इस सप्ताह में अब तक भारतीय एयरलाइंस की लगभग 70 उड़ानों को बम की धमकी मिल चुकी है, जिनमें से सभी फर्जी साबित हुई हैं। इन धमकियों के कारण फ्लाइट्स के रूट बदलने पड़े और उनके समय में भी बदलाव करना पड़ा। हालांकि, इन घटनाओं से कोई वास्तविक खतरा नहीं हुआ, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां हर बार विस्तृत जांच कर रही हैं।
विस्तारा और एयर इंडिया एक्सप्रेस भी निशाने पर
सिर्फ इंडिगो और अकासा ही नहीं, विस्तारा और एयर इंडिया एक्सप्रेस की भी कई फ्लाइट्स को बम की धमकियां मिली हैं। विस्तारा की तीन अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स को शनिवार सुबह धमकी मिली। दिल्ली से लंदन जा रही फ्लाइट को फ्रैंकफर्ट में लैंड कराकर सुरक्षा जांच की गई। हालांकि, बाद में यह एक फर्जी धमकी साबित हुई।
जांच एजेंसियां कर रहीं धमकी की जांच
सुरक्षा एजेंसियों ने जांच में पाया है कि इन फर्जी धमकियों में कुछ सामान्य शब्द और वाक्य इस्तेमाल किए गए हैं, जैसे 'यह मजाक नहीं है' और 'खून हर जगह बिखर जाएगा'। हालांकि, अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल सका है। इन धमकियों में एक 17 वर्षीय लड़के को गिरफ्तार किया गया है, जिसे मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया है।
सख्त नियम लागू करने की तैयारी
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इन फर्जी बम धमकियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की योजना बनाई है। इसमें उन लोगों को 'नो-फ्लाई' लिस्ट में डालने का प्रस्ताव है, जो इस प्रकार की झूठी धमकियों में शामिल पाए जाते हैं। इसका उद्देश्य हवाई यात्रा में सुरक्षा को मजबूत करना और ऐसे व्यक्तियों को उड़ानों से प्रतिबंधित करना है।